जन्माष्टमी पर सोने सा चमक रहा श्री सांवलिया सेठ दरबार, मंदिर में नहीं काटा जाएगा केक
भगवान सांवलिया सेठ के मंदिर में जन्माष्टमी पर्व शुक्रवार को मनाया जाएगा. इसके लिए अब की बार मंदिर प्रशासन के सख्त आदेश के कारण श्रृद्धालुओं द्वारा मंदिर के अंदर केक काटने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है.
Chittorgarh: मेवाड़ के सुप्रसिद्ध कृष्ण धाम सांवलियाजी मंदिर में जन्माष्टमी का मुख्य पर्व आज मनाया जाएगा. इसके लिए मंदिर प्रशासन तथा पुलिस ने व्यापक तैयारी की है. अबकी बार मंदिर प्रशासन की ओर से मंदिर परिसर में केक काटने पर पूरी तरह रोक लगा दी है.
जानकारी के अनुसार, भगवान सांवलिया सेठ के मंदिर में जन्माष्टमी पर्व शुक्रवार को मनाया जाएगा. इसके लिए अब की बार मंदिर प्रशासन के सख्त आदेश के कारण श्रृद्धालुओं द्वारा मंदिर के अंदर केक काटने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है.
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बताया जाता है कि पिछले कुछ वर्षों से मंदिर के अंदर कुछ श्रृद्धालुओं द्वारा केक काटकर मंदिर की प्राचीन परंपरा को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा था. इसके लिए श्रृद्धालुओं द्वारा परंपरागत आयोजन रखने की मांग कई वर्षों से उठ रही थी लेकिन मंदिर प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया था.
अबकी बार सीईओ गितेश श्री मालवीय ने इस पर रोक लगा दी है. जन्माष्टमी पर्व के अवसर पर मध्य रात्रि में भगवान भगवान कृष्ण की जन्म की महा आरती का आयोजन होगा, आरती के पश्चात पंजीरी तथा बेसन के लड्डू का प्रसाद वितरण किया जाएगा. कोरोना काल के दो वर्ष के बाद मंदिर प्रशासन के द्वारा मंदिर के सिंहद्वार तथा डॉम के पास भगवान कृष्ण की स्वचालित झांकियां सजाई गई हैं. रात्रि में मंदिर के सामने स्थित डोम में विशाल भजन संध्या का आयोजन होगा, जिसमें गोकुल शर्मा एंड पार्टी द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी. मंदिर में श्रृद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए प्रशासन और पुलिस से 100 से ज्यादा होमगार्ड तथा इतने ही कर्मचारी मंदिर मंडल के दर्शन व्यवस्था के लिए तैनात किए जा रहे हैं. इसके अलावा आसपास के पुलिस जाब्ता भी बुलाया गया है.
Reporter- Deepak Vyas
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