जनसंख्या नियंत्रण को लेकर जयपाल ओड ने दिया ज्ञापन, खून से लिखा पत्र भी दे चुका है
चित्तौड़गढ़ के रिठोला निवासी जयपाल ओड एक बार फिर से प्रधानमंत्री कार्यालय जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग का ज्ञापन लेकर दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंच गए.
Chittorgarh: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ के रिठोला निवासी जयपाल ओड एक बार फिर से प्रधानमंत्री कार्यालय जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग का ज्ञापन लेकर दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय पहुंच गए. प्रधानमंत्री कार्यालय में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम एक ज्ञापन सौंपते हुए जयपाल ओड ने मांग की है कि जनसंख्या नियंत्रण कानून को पूरे देश में लागू करवाने के लिए मैं जयपाल ओड रिठोला करीब 8 वर्षों से लगातार जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग कर रहा हूं.
जयपाल ने कहा कि जनसंख्या विस्फोट से भारत की नदियां, तालाब और अन्य जल स्त्रोत खत्म हो रहे हैं. जनसंख्या विस्फोट के कारण देश में अराजकता का माहौल बना हुआ है जो भारत के हर नागरिक के लिए खतरा है. जनसंख्या विस्फोट पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 1947 से पहले भारत की जनसंख्या 22 करोड़ मात्र थी जो कि आजादी के बाद पाकिस्तान और बांग्लादेश भारत से अलग होने के बाद भारत के क्षेत्रफल में तो कभी आई है.
जनसंख्या विस्फोट होने के कारण भारत की जनसंख्या में भारी बढ़ोतरी आई है और मात्र 25 वर्षों में भारत की जनसंख्या दोगुनी हो रही है जो कि भारत के लोगों के लिए पक्का मकान, खाने के लिए भोजन, अच्छी शिक्षा, पीने का पानी और अन्य जरुरी संसाधनों के लिए भारी खतरा है और इसी जनसंख्या विस्फोट से भारत में कुपोषण बढ़ रहा है.
जयपाल ओड ने ज्ञापन में कहा कि जनसंख्या नियंत्रण कानून लागू कराने की मांग को लेकर वह पहले भी 16 बार दिल्ली पहुंचकर प्रधानमंत्री कार्यालय में ज्ञापन दे चुका है और चित्तौड़गढ़ जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर 25 दिनों की भूख हड़ताल भी कर चुका है. जयपाल ओड ने कहा कि अपने ही खून से लिखा हुआ पत्र भी वह एक बार प्रधानमंत्री कार्यालय में सौंपा है, उसने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण लागू नहीं होता है तो देश के जंगल भी खतरे में पड़ जाएंगे.
Reporter: Deepak Vyas
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