चित्तौड़गढ़: शक्ति और भक्ति की नगरी चित्तौड़गढ़ में शारदीय नवरात्रि के अवसर पर मां भगवती की आराधना के लिए कठिन तप की अनूठी मिसाल देखने को मिल रही है.


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मध्य प्रदेश के नागदा स्थित नीलकंठेश्वर मंदिर से आए महंत रमेश महाराज पांच सौ नुकीली कीलों से तैयार की गई शय्या पर 9 दिन और रात तक बिना अन्न-जल के लेट कर माता की अखंड अराधना भक्ति कर रहे है. इस अवसर पर महंत के शरीर पर ज्वारे उगा कर घट स्थापना की गई है.


नवरात्रि में अनूठी अराधना


नौ दिनों तक चलने वाले इस अनुष्ठान में मां दुर्गा की पूजा अर्चना की जाएगी. जिसमें बड़ी संख्या में जिले सहित आसपास के लोग महंत के दर्शन करने आएंगे. बता दें कि इससे पहले पर महंत रमेश महाराज देश के पांच राज्यों में उन्नीस बार माता की इस प्रकार की अनूठी अराधना कर चुके हैं.



नौ दिनों की इस कठिन तपस्या धारण करने से पूर्व महंत रामेश महाराज ने ज़ी मीडीया से विशेष बातचीत की.इसी कड़ी में दिल्ली के प्रसिद्ध कालकाजी मंदिर (Delhi Kalkaji Mandir) में नवरात्रों को लेकर व्यापक तैयारियां की गई है. यहां पर भक्तों के दर्शन को लेकर तमाम तरह के तैयारी की गई है. मंदिर में प्रवेश के लिए आम भक्तों के लिए तीन प्रवेश द्वार बनाए गए हैं. जबकि निकास के लिए दो द्वारा बनाए गए हैं.


बता दें यूं तो सालभर कालका मां के दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा रहता है, लेकिन विशेष कर नवरात्रों के दौरान लाखों की संख्या में भक्त कालकाजी मंदिर माता के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. इसको लेकर तमाम तरह की तैयारी की गई है और दिल्ली पुलिस के द्वारा सुरक्षा के भी करे इंतजाम किए गए हैं.


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