Chittorgarh: विश्व प्रसिद्ध मेवाड़ के आराध्य देव श्री सांवलिया जी तीर्थ स्थान राजस्थान नहीं बल्कि संपूर्ण भारत एवं और विदेशों में भी ख्याति प्राप्त स्थान है लेकिन यहां सफाई व्यवस्था देखने वाले लोगों के प्रति मंदिर मंडल गंभीर नहीं है. भीम सेना जिला प्रभारी शंकरलाल मेघवाल बिलड़ी ने बताया कि सुप्रसिद्ध मेवाड़ अंचल का नंबर वन तीर्थ स्थान श्री सांवलिया सेठ जी का मंदिर है. यहां पर रोजाना हजारों की तादात में दर्शन के लिए दर्शनार्थी उपस्थित रहते हैं. खास तौर से सावन भादवा में दर्शनार्थियों की भीड़ का ताता लग जाता है. श्री सांवलियाजी में बने सैकड़ों गेस्ट हाउस और मंदिर मंडल की ओर से निर्माण के सभी धर्मशालाएं पूरी तरह से बुक हो जाती है. 


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साथ ही मंदिर मंडल की ओर से बनाए गए बड़े-बड़े डॉम भी यात्रियों से भर जाते हैं. लेकिन स्थानीय तौर पर देखा जाए तो सफाई के नाम पर जीरो है. साथ ही आगे बताया है कि मंदिर मंडल की ओर से सफाई कर्मचारियों की नियुक्तियां कर रखी है. लेकिन सांवलिया सेठ का प्रति महा भंडार खुलता है. जिसमें करोड़ों रुपए की भंडार की राशि होती है. लेकिन मंदिर मंडल कार्यकारिणी की ओर से सफाई कर्मचारियों पर खास रूप से कोई खर्च नहीं किया जाता है. सफाई कर्मचारी नंगे पैर, नंगे हाथों से पूरे मंदिर मंडल क्षेत्र की सफाई कार्य को अंजाम देते हैं. जिससे सफाई कर्मचारियों और उनके परिवार को कई घातक बीमारियां लगने की संभावना रहती हैं.


भीम सेना जिला प्रभारी शंकरलाल मेघवाल, बिलड़ी मंदिर मंडल अध्यक्ष और कार्यकारिणी सदस्यों से निवेदन किया है कि सफाई कर्मचारियों को आधुनिक विशेष औजार और सुरक्षा कवच उपलब्ध कराया जाए. जिससे सफाई कर्मचारी खुद और परिवार की इन घातक बीमारियों से बचा जा सके.


Reporter- Deepak Vyas


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