Chittorgarh: मेवाड़ के सुप्रसिद्ध कृष्णधाम सांवलियाजी में भगवान सांवलिया सेठ के दरबार में आयोजित हुए गोवर्धन पूजा में सैकड़ों की संख्या में जनसैलाब उमड़ पड़ा. सांवलियाजी मंदिर मंडल के द्वारा संचालित गौशाला के बाहर गोबर से भगवान गोवर्धन की प्रतिमा बनाकर भगवान श्री गोवर्धन की पूजा की गई.


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वर्षों पूरानी परम्परा रही है कि सांवलिया सेठ के मंदिर के बाहर ही भगवान गोवर्धन की पूजा करवाई जाती थी. लेकिन पिछले दो वर्षों से श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल के द्वारा सांवलिया सेठ की गौशाला के बाहर भगवान गोवर्धन की पूजा करवाना प्रारंभ कर दिया. इसी क्रम में बुधवार को भी सांवलिया सेठ की गौशाला के बाहर गोबर से भगवान गोवर्धन की प्रतिमा बनाकर वैदिक मंत्रोच्चार से पूजा की गई.


पंडित विश्वनाथ आमेटा के वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी व चित्तौड़गढ़ अतिरिक्त जिला कलेक्टर गीतेश मालवीय, मंदिर मंडल बोर्ड के अध्यक्ष भेरुलाल गुर्जर, बोर्ड सदस्य संजय कुमार मण्डोवरा, अशोक कुमार शर्मा, ममतेश शर्मा, शम्भूलाल सुथार, श्रीलाल कुलमी, भेरुलाल सोनी, प्रशासनिक अधिकारी नंदकिशोर टेलर, गौशाला प्रभारी कालू लाल तेली, मंदिर मंडल कर्मचारी राजेंद्र शर्मा सहित मंदिर मंडल कर्मचारियों की यजमानी में भगवान गोवर्धन की पूजा की गई.


भगवान गोवर्धन की पूजा के बाद मंदिर मंडल की गौशाला की गायों की पूजा कर गायों को लापसी खिलाई गई. तत्पश्चात गौशाला की गायों को भड़काते हुए उन्हें गोवर्धन भगवान के उपर से निकाला गया. सांवलिया सेठ के दरबार में आयोजित हुई गोवर्धन पूजा महोत्सव में सैकड़ों की संख्या में श्रृद्धालुओं ने पंहुचकर लाभ लिया.


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