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Bhilwada: भीलवाड़ा जिले के बनेड़ा थाना क्षेत्र में स्थित एक फैक्ट्री में कार्यरत यूपी के युवक की मौत गुदा में प्रेशर पाइप से हवा भर देने से हुई. मौत के मामले में पुलिस ने मृतक के चचेरे भाई की रिपोर्ट पर फैक्ट्री के दो मजदूरों के खिलाफ केस दर्ज किया है. इस बीच, पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया.
बनेड़ा थाना प्रभारी राजेंद्र ताड़ा ने बताया कि रायला व बनेड़ा की सीमा पर बाहेती पॉली फाइबर नाम से फैक्ट्री है. फैक्ट्री में यूपी के रहने वाले काफी मजदूर काम करते है. यूपी के मजदूर अमित (20) पुत्र रामकेश प्रजापत की रविवार रात को अचानक तबीयत बिगड़ने पर महात्मा गांधी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.डॉक्टरों की जांच में मृतक के पेट में काफी हवा भरा होना सामने आया.
डॉक्टरों ने पुलिस को दी सूचना
डॉक्टरों ने मौत को संदिग्ध मानते हुए पुलिस को सूचना दी. पुलिस पूछताछ में सामने आया की रविवार शाम करीब 7:30 बजे उसके साथ काम करने वाले संदीप पाल पुत्र रमेश पाल निवासी डभौरा जिला रीवा मध्य प्रदेश व जगेश्वर पुत्र रामनाथ पाली प्रजापति निवासी गढचपा जिला चित्रकुट उत्तर प्रदेश ने अमित को पकड़ लिया.
इसके बाद उसकी गुदा में प्रेशर पाइन डाल दिया, जिससे उसकी गुदा फट गई. अमित को तुरंत रायला हॉस्पिटल ले गए, जहां से उसे जिला अस्पताल के लिए रैफर कर दिया गया. डॉक्टर्स ने वहां अमित को मृत घोषित कर दिया. इस संबंध में मृतक के चचेरे भाई ईटवा, चित्रकूट यूपी निवासी इंद्रलेश पुत्र बंशीलाल कुम्हार ने रिपोर्ट दी.
कारखाना प्रबंधकों की भी लापरवाही आई सामने
पुलिस ने इस रिपोर्ट पर अपराध धारा 304 के तहत केस दर्ज कर लिया. जांच थाना प्रभारी स्वयं कर रहे हैं. इस बीच, युवक के शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया. थाना प्रभारी का कहना है कि मामले में अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई हैं, मामले की जांच जारी है.
कारखाने में कारखाना प्रबंधकों की लापरवाही सामने आई है. फैक्ट्री में लगभग 200 मजदूरों को 12 -12 घंटे की ड्यूटी पर काम पर रखा जाता है. उनके सुरक्षा इंतजाम आदि पूर्ण नहीं है.
श्रमिकों को सावधानी बरतने के लिए कोई दिशा निर्देश पट्टीका नहीं लगा रखी है. नहीं आपातकालीन स्थिति नियंत्रण के लिए कोई व्यवस्था कर रखी है प्राथमिक उपचार केंद्र की स्थापना तक नहीं है. कारखाने में लेबर ऑफिसर तक नहीं रख सकते हैं. आपातकालीन स्थिति में मजदूरों के लिए कोई एंबुलेंस की व्यवस्था तक नहीं कर रखी है . कारखाना नियमों की सरेआम अवहेलना हो रही है.
कारखाना श्रमिकों के लिए ईएसआई पीएफ का भी कोई फायदा नहीं मिल पा रहा है. तो फिर कोई भी श्रमिक कार्य के दौरान दुर्घटना में घायल हो जाए या मौत हो जाए तो परिजनों को कोई फायदा नहीं मिलता. कारखानों में काम करने वाले श्रमिकों ने मांग की है कि कारखाना नियमों की सरकार पालना करावे एवं दोषी प्रबंधकों एवं संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए.
Reporter- Mohammad Khan
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