चित्तौड़गढ़: प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए कलेक्टर ने नवाचार शुरू किया है. कलेक्टर की पहल पर स्कूलों में लाइब्रेरी खोलने की कवायद की गई है.दरअसल, प्रदेश में लगातार हो रही भर्ती परीक्षाओं के आयोजन को लेकर स्थानीय स्तर पर युवाओं को साधन मुहैया कराने के लिए कई तरह की पहल की जा रही है. इसी कड़ी में चित्तौड़गढ़ कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने नवाचार करते हुए प्रत्येक पंचायत मुख्यालय पर अध्ययन केंद्र खोलने की योजना तैयार की है.


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एकलव्य ज्ञान केंद्र के नाम से ऐसे अध्यन केंद्र शुरू किए हैं. प्रत्येक विद्यालय में ऐसा केंद्र खोला जाएगा जहां प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अध्ययन सामग्री लाइब्रेरी की सुविधा उपलब्ध होगी और युवा यहां बैठकर अध्ययन कर पाएंगे. प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर बाहर जाने पर युवाओं का मोटा खर्च होता है, इसके संचालन के लिए सेवानिवृत्त अध्यापकों पंचायत सहायकों ग्राम पंचायत, सरपंच और विद्यालयों के विद्यार्थियों का समूह बनाया जाएगा जो इसके संचालन की जिम्मेदारी उठाएगा.


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200 एकलव्य केंद्रों का होगा निर्माण


जिले में ऐसे 200 से अधिक एकलव्य ज्ञान केंद्रों का निर्माण हो रहा है, जिनमें पहले ज्ञान केंद्र का उद्घाटन फाचर अहिरान में प्रदेश के कैबिनेट मंत्री उदयलाल आंजना और जनप्रतिनिधियों अधिकारियों की मौजूदगी में किया गया. इस दौरान अन्य पंचायतों के सरपंचों को भी आमंत्रित किया गया जिससे कि इस बारे में जानकारी मिल सके और हर पंचायत पर ऐसा केंद्र बन सके इसके लिए 5 लाख की राशि खर्च की जा रही है.


कलेक्टर अरविंद पोसवाल की अगुआई में जिले के सभी स्कूलों में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए छात्रों को लाइब्रेरी और अन्य सुविधाएं दी जाएगी. कलेक्टर की इस पहल को छात्रों के साथ-साथ उनके पैरेंट्स भी सराह रहे हैं. एकलव्य ज्ञान केंद्र खुलने से आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्र-छात्राओं को यही सुविधा उनके जिले में प्राप्त होगी और अपने सपनों को पंख दे सकते हैं.