चूरू: गैर शैक्षणिक कार्य और बीएलओ कार्य नहीं करने की मांग, शिक्षकों ने SDM कार्यालय पर किया प्रदर्शन
Churu latest news: राजस्थान के सरदारशहर जिलें में गैरशिक्षण कार्य व बीएलओ कार्य नहीं करने की मांग को लेकर बुधवार को शिक्षक संघ शेखावत के बैनर तले शिक्षकों, अभिभावकों व छात्रों ने बारिश की परवाह किए बगैर बड़ा प्रदर्शन किया.
Churu news: राजस्थान के सरदारशहर जिलें में गैरशिक्षण कार्य व बीएलओ कार्य नहीं करने की मांग को लेकर बुधवार को शिक्षक संघ शेखावत के बैनर तले शिक्षकों, अभिभावकों व छात्रों ने बारिश की परवाह किए बगैर बड़ा प्रदर्शन किया. इस दौरान एसडीएम कार्यालय के आगे 4 बजे धरने पर बैठे शिक्षकों का सब्र का बांध उस समय टूट गया जब 1 घंटे बाद भी उपखंड अधिकारी ज्ञापन लेने बाहर नहीं आये, इस दौरान शिक्षकों व छात्रों ने एसडीएम ऑफिस का गेट खोलने का प्रयास किया जिस पर पुलिसकर्मियों ने उन्हें अंदर जाने से रोक लिया.
पुलिसकर्मियों और शिक्षकों के बीच नोकझोंक
इस दौरान पुलिसकर्मियों और शिक्षकों के बीच नोकझोंक भी देखने को मिली. वही शिक्षकों का प्रदर्शन बुधवार शाम 7 बजे तक एसडीम कार्यालय के आगे जारी है और उपखंड अधिकारी व एसडीएम कार्यालय के अन्य कर्मचारी एसडीम कार्यालय में बैठे हैं. शिक्षकों ने इस दौरान गेट को आगे से बंद कर दिया.
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वहीं इससे पहले शिक्षकों ने पंचायत समिति के आगे बड़ी सभा कर जमकर प्रशासन पर हमला बोला, जिसके बाद शिक्षकों छात्रों और अभिभावकों ने पंचायत समिति से पर्यावरण चौक और पर्यावरण चौक से एसडीम कार्यालय तक बारिश के बीच रैली निकालकर उपखंड कार्यालय पहुंचे. इस दौरान शिक्षक संघ शेखावत के जिला अध्यक्ष विजय पोटलिया ने उपखंड अधिकारी पर कानून व्यवस्था बिगाड़ने का आरोप लगाया.
पोटलिया ने कहा कि जिस अधिकारी पर कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी है वह कायर और डरपोक अधिकारी हमारे साथियों का ज्ञापन लेने तक नहीं आया है, शर्म की बात है इस तरह के अधिकारियों पर पूरे उपखंड की शांति व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी है, हमारा प्रशासन से फिर आग्रह है कि हम कोई मांग मनवाने नहीं आये है, हम सब यहां अपना ज्ञापन देने आए हैं और हम यह स्पष्ट करने के लिए आए हैं कि शिक्षक बीएलओ काम का नहीं करेंगे. चाहे फिर प्रशासन कोई भी काम करें, प्रशासन को खुली छूट देने आए.
"हमें पढ़ाने दो''
जानकारी के अनुसार राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत की मुहिम "हमें पढ़ाने दो'' के अन्तर्गत सैकडो की संख्या में स्कूल यूनिफार्म मे शिक्षार्थी, अभिभावको व शिक्षको ने रैली निकालकर उपखण्ड कार्यालय पर हल्ला बोल कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रदर्शन किया. प्रदर्शन में संख्याबल इतना था की नारे लगाते हुए शिक्षक व शिक्षार्थी रैली के रूप में रवाना हुए तो रैली का एक हिस्सा जब पर्यावरण चौक पहुंचा तब तक आधा पण्डाल भरा पड़ा था. इसके कारण से लगभग आधा घण्ट लम्बी कतार लग गई. इस दौरान सरदारशहर हनुमानगढ़ मेगा हाईवे पर यातायात पूर्णतया बाधित रहा. मेगा हाईवे पर दोनों और वाहनों की लंबी-लंबी कतारें देखी गई. इससे पहले बैठक को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष विजय फेटलिया व मंत्री वेदपाल मलिक ने कहा कि हम प्रशासन का सहयोग करना चाह रहे थे, लेकिन प्रशासन के अडियल रवैये की वजह से हमें पुन: आन्दोलन की राह चुननी पड़ी है. अब जिले का कोई भी शिक्षक बीएलओ कार्य नहीं करेगा.
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प्रदेश सभाध्यक्ष याकूब खान व संयुक्त मंत्री शुभकरण नैण ने कहा की शिक्षा अधिकार अधिनियम की धारा 27 की उपधारा 3 मे स्पष्ट प्रावधान किया गया है कि राष्ट्रीय आपदा, 10 वर्षीय जनगणना और लोक सभा, राज्य विधान सभा व स्थानीय निकायों के निर्वाचन कार्य के अलावा शिक्षकों से किसी भी तरह के गैर शैक्षणिक कार्य नहीं करवाया जा सकता है, लेकिन ये प्रशासनिक लोग प्रदेश के हजारों शिक्षकों के वर्ष पर्यन्त चलने वाले निर्वाचन नामावली के कार्य में लगाकर उसे शिक्षकों को कक्षा कक्ष से अलग करने मे लगें है.
शिक्षकों का आंदोलन जारी
प्रान्तीय प्रतिनिधि रतिराम सारण, ओमप्रकाश मुहाल, रतनलाल पाण्डिया, ओमप्रकाश पूनिया ने स्पष्ट किया अब चाहे कुछ भी हो जाए हम गैर शैक्षणिक कार्य नहीं करेंगे. हम सार्वजनिक शिक्षा को बचाने हेतु हर संघर्ष करेंगे. इससे पहले कार्यालय पर जमकर नारेबाजी की गई. बैठक को जिला उपाध्यक्ष रणवीर सारण, गौरीशंकर सिहाग, अमरचन्द साण्डेला, संघर्ष समिति संयोजक भंवरलाल सारण, दिलीप चौधरी, सुरेश खीचड़, गारीशंकर बाना रामनिवास सारण, भागीरथ मेव भींवराज पाटोदिया, हेमराज भाम्भू, रामलाल मण्ड आदि मौजूद रहे. खबर लिखे जाने तक शिक्षकों का आंदोलन जारी है.
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