Churu: चूरू वन विभाग की ओर से संप्रीति संस्थान के सहयोग से ताल छापर में चल रहे दो दिवसीय बर्ड फेस्टिवल का समापन रविवार को मोदी रिजॉर्ट में लोकरंग की खुशबू से भरपूर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ हुआ.


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रविवार शाम उप वन संरक्षक सविता दहिया की अध्यक्षता और स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड के सदस्य सूरत सिंह पूनिया के मुख्य आतिथ्य में हुई सांस्कृतिक संध्या में लोक कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां देकर समां बांध दिया. रात तक चले कार्यक्रम में मंत्रमुग्ध श्रोता दमदार प्रस्तुतियों पर झूमते रहे. मशहूर नृत्यांगना शहनाज फोगां ने प्रभावी भावाभिव्यक्ति से भरपूर अपनी जोरदार नृत्य प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. 


हाथों और पैरों की अंगुलियों, सिर पर साईकिल की रिम को घुमाते हुए नृत्य की शुरुआत कर कांच के टुकड़ों, तलवार, कील पर इक्कीस मटकों के साथ किए गए नृत्य पर तो दर्शक दांतों तले अंगुली दबाए ही बैठे रहे. शहनाज फोगां ने भवई, कालबेलिया, घूमर, रिंग डांस, फायर तराजू आदि नृत्य प्रस्तुतियां दीं.


नन्हे कलाकर रुद्र शर्मा ने ‘एक अजनबी हसीना से यूं मुलाकात हो गई.’ से शुरुआत कर एक से बढ़कर एक गानों की दिलकश प्रस्तुतियां देकर दिल जीत लिया. मोहसिन भियानी ने ‘गणेश वंदना...’ और ‘केसरिया बालम...’ से सांस्कृतिक संध्या का आगाज किया और अपनी दमदार आवाज पर दर्शकों की दाद पाई. लोक गायिका किरण शर्मा ने ‘अजी हां सा म्हारी रूणक झुणक पायल बाजे सा...’ तथा ‘और रंग दे रे म्हाने... की शानदार प्रस्तुतियों के साथ ‘लग जा गले कि फिर ये हसीन रात हो न हो’ जैसे गानों की हसीन प्रस्तुतियां दीं. माही कांत शर्मा ने मुंह से पशु-पक्षियों की आवाज निकालकर दर्शकों को रोमांचित किया. अभिनेता महेंद्र गौड़ ने विभिन्न अभिनेताओं की मिमिक्री से मनोरंजन किया.


उप वन संरक्षक सविता दहिया ने फेस्टिवल की आयोजकीय रूपरेखा की जानकारी देते हुए इसमें भागीदारी करने वाले समस्त लोगों का आभार जताया. संप्रीति संस्थान के अमित तिवारी ने अतिथियों एवं कलाकारों का स्वागत किया. इस दौरान सहायक निदेशक (जनसंपर्क) कुमार अजय, अभिनेता महेंद्र गौड, सहायक वन संरक्षक शंकर सोनी, रेंजर उमेश बागोतिया, के सी सोनी, विनीत कुमार, लालचंद चाहर, गजेंद्र सिंह सहित बड़ी संख्या में वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी, पर्यटक, पक्षी प्रेमी, विद्यार्थी और नागरिकगण मौजूद रहे.


इससे पहले रविवार दिन में हुई बर्ड वॉक में पर्यटकों और फेस्टिवल में शामिल लोगों ने पक्षियों की गतिविधियों को निहारा. लोक कथाओं में पक्षियों का चित्रण विषय पर समूह चर्चा आयोजित की गई. ग्रास लैंड पर एक्सपर्ट टॉक का आयोजन किया, जिसे सूरत सिंह पूनिया ने मॉडरेट किया. राष्ट्रीय कालिदास अवार्ड विजेता किशनगढ़ के महेश कुमार कुमावत द्वारा लाइव पेंटिंग डेमोंस्ट्रेशन एवं वर्कशॉप का आयोजन किया गया.


बड्र्स फोटो एक्जीबिशन में उमेश बागोतिया, रेणु कोहली, अनिल रोजर्स विजेता रहे. फेस्टिवल में विभिन्न विद्यालयों और महाविद्यालयों के 550 से अधिक बच्चों ने शिरकत की. पर्यावरण और पक्षियों से जुड़ी प्रश्नोत्तरी में विद्यार्थियों ने उत्साह से भाग लिया. वाइल्ड लाइफ आधारित पेंटिंग में छापर के अशोक कुमावत विजेता रहे.


शनिवार को मुख्य वन संरक्षक, बीकानेर हनुमाना राम, स्टेट वाइल्ड लाइफ बोर्ड के सदस्य सूरत सिंह पूनिया, डबल्यूसीसी के अनिल रोजर्स ने इस दो दिवसीय फेस्टिवल का शुभारंभ किया. फेस्टिवल के पहले दिन पक्षियों पर केंद्रित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिसमें संभागियों ने उत्साह के साथ भागीदारी की. इस दौरान बर्ड फेस्टिवल की पुस्तिका का विमोचन किया गया. फेस्टिवल के पहले दिन फोटोग्राफी वर्कशॉप, स्पॉट पेंटिंग और क्विज का आयोजन किया गया जिसमें युवाओं की जोरदार भागीदारी रही. पक्षियों पर आधारित पोस्टर प्रदर्शनी लगाई गई.


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