Sardarsahar: राजस्थान के सरदारशहर के पुन्नूसर गांव में शनिवार को झाड़ियों में लहूलुहान अवस्था में मिली नवजात बच्ची का उपचार राजकीय अस्पताल में डॉक्टरों की एक विशेष टीम की देखरेख में चल रहा हैं. डॉक्टरों का कहना है कि नवजात की हालत अब स्थिर बनी हुई है. वहीं नवजात मिलने की सूचना पर रविवार को गांधी दर्शन समिति की तहसील अध्यक्ष सामाजिक कार्यकर्ता मोनिका सैनी और उनकी टीम राजकीय अस्पताल पहुंची और बच्ची के स्वास्थ्य के बारे में डॉक्टरों से जानकारी ली.


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इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता मोनिका सैनी ने बताया कि हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, 75 वर्ष हो गए हैं हमारी आजादी को, लेकिन आज भी कई लोगों की मानसिकता वही है पर हमें इस मानसिकता को बदलना होगा. जिस अवस्था में झाड़ियों में यह बच्ची मिली है उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आज भी हमारे देश को शिक्षा की कितनी आवश्यकता है. जिस किसी ने भी यह कृत्य किया है उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. फूल जैसी बच्ची को कोई कांटो के बीच मरने के लिए कैसे छोड़ सकता है. इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता सपना लूणिया ने कहा कि इससे पहले भी तहसील के गांव मितासर में नवजात मिली थी इस प्रकार की घटनाएं मानवता को शर्मसार करती है. 


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इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता मोनिका सैनी, सपना लूणिया, ममता वर्मा, जयश्री ने डॉक्टरों से नवजात के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लेकर नवजात के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की. गौरतलब है कि सरदारशहर तहसील के गांव पुन्नूसर में शनिवार को मां की ममता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया हैं, जहां बच्ची को जन्म के तुरंत बाद लहूलुहान अवस्था में कटीली झाड़ियों में फेंक दिया गया. कटीली झाड़ियों में लहूलुहान अवस्था में जिंदा बच्ची मिलने की सूचना पर आसपास के क्षेत्र में सनसनी फैल गई. जानकारी के अनुसार शनिवार सुबह 7 बजकर 40 मिनट पर गांव के ओमप्रकाश जाट और राजूसिंह राजपूत अपने खेत जा रहे थे, उस दौरान कटीली झाड़ियों में बच्ची की रोने की आवाज सूनी तो झाड़ियों के अंदर देखा तो एक जिंदा बच्ची लहूलुहान अवस्था में रो रही थी और कांटो की चपेट में आने से खुन से लतपथ हालात में थी. रोने की आवाज आने पर आस-पास के लोग पहुंचे और उसे सुरक्षित स्थान पर ले जाकर उसके कांटे निकाले गए और घटना की जानकारी सरदारशहर पुलिस थाने में दी. 


गांव के लोगों ने बताया कि बच्ची की स्थिती देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है कि बच्ची का जन्म शनिवार सुबह 3 से 4 के बीच में हुआ है. इस दौरान शरीर पूरा मिट्टी से सन गया था. वहीं शरीर पर घाव भी हो गए. सूचना पर सरदारशहर पुलिस थाने के एसआई रामप्रताप गोदारा मौके पर पहुंचे और बच्ची को लेकर अस्पताल गए. जहां पर अस्पताल प्रभारी शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ चंद्रभान जांगिड़ ने बच्ची का उपचार डॉक्टरों की विशेष टीम द्वारा किया जा रहा है. अस्पताल में कार्यरत एएनएम विनोद कंवर और श्यामलाल जांगिड़ नवजात बच्ची के स्वास्थ्य की विशेष निगरानी रख रही है.


Reporter: Gopal Kanwar


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