Sardarshahar: नगरपालिका में एक विचित्र वाकया देखने को मिला, जब नगरपालिका अधिशासी अधिकारी देवीलाल बोचलिया ने अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस संगठन की ओर से ज्ञापन देने आए अध्यक्ष जितेंद्र जेदिया को यह कहते हुए बाहर निकाल दिया कि आप नगरपालिका के कर्मचारी नहीं हैं, इसलिए आपको यह ज्ञापन देने का अधिकार नहीं है, आप बाहर जाइए.


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अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस का अध्यक्ष कोई पालिका का कर्मचारी ही बन सकता है, आप हमारे कर्मचारियों की नेतागिरी नहीं कर सकते हैं. यह विधि के खिलाफ है, इसलिए आप बाहर जाइए. इस वाकये से सभी हैरान रह गए. दरअसल अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस संगठन की ओर से संगठन के अध्यक्ष जितेंद्र जेदिया के नेतृत्व में कुछ सफाई कर्मचारी अपनी मांग को लेकर ज्ञापन देने नगरपालिका अधिशासी अधिकारी के पास पहुंचे थे, ऐसे में नगरपालिका अधिशासी अधिकारी ने ज्ञापन पढ़ कर पूछा कि संगठन का अध्यक्ष कौन है तब जितेंद्र जेदिया ने कहा कि संगठन का अध्यक्ष में हूं, इस दौरान अधिशासी अधिकारी देवीलाल बोचलिया ने कहा कि आप पालिका के कर्मचारी नहीं है इसलिए आपको संगठन का अध्यक्ष बनने का अधिकार नहीं है पहले तो आपको संगठन का अध्यक्ष बनाना ही गलत हैं आप को संगठन अध्यक्ष बनाया किसने है. इसलिए आप मेरे चैंबर से बाहर जाइए, हां आप को व्यक्तिगत यदि कोई काम हो तो बता सकते हो लेकिन हमारे कर्मचारियों कि नेतागिरी आप नहीं कर सकते हो. हमारे कर्मचारी हैं ओर हम उनकी हर समस्या को सुनेंगे लेकिन आप हमारे कर्मचारियों के नेता बनने का अधिकार नहीं रखते हो.


आपका ज्ञापन लूंगा ही नहीं


अधिशासी अधिकारी देवीलाल बोचलिया ने कहा कि आपका मैं यह ज्ञापन लूंगा ही नहीं, आप मान्य ही नहीं है. किसी भी कर्मचारी संगठन यूनियन का अध्यक्ष कोई कर्मचारी ही हो सकता है. बाहर का कोई व्यक्ति अध्यक्ष नही बन सकता, इस पर संघठन के अध्यक्ष जेदिया ने कहा कि मैं 5 साल से अध्यक्ष हूं, इसपर अधिशासी अधिकारी ने कहा वो तो आप फर्जी तरीके से बने हैं, क्योंकि भारत सरकार और राज्य सरकार के नियम के अनुसार कोई भी बहार का व्यक्ति किसी भी सरकारी कर्मचारी संगठन का अध्यक्ष नहीं बन सकता है. यदि कोई ऐसा आदेश आपके पास है तो मुझे दिखा दीजिए.


अपनी घरवाली को अध्यक्ष बनाइये 


ईओ बोचलिया ने आगे कहा हमने भी संगठन बना रखें है, लेकिन ऐसा नहीं होता है. इस पर संगठन के अध्यक्ष जितेंद्र ने कहा कि मेरी घरवाली नगरपालिका की कर्मचारी हैं, उसकी एवज में मैं काम कर रहा हूं, तब ईओ ने कहा कि आप अपनी घरवाली को अध्यक्ष बनाइये आप क्यों बने हों. आप हमारें कर्मचारियों का नेता बनकर हमसे बात नहीं कर सकते. आप बाहर जाइए. इस दौरान एक बारगी अधिशासी अधिकारी और संगठन के अध्यक्ष जितेंद्र की बहस भी हो गई, इस पूरे घटनाक्रम के बाद बाहर निकलकर जितेंद्र जेदिया ने मीडिया को बताया कि हम सफाई कर्मचारि कुछ मांगों को लेकर अधिशासी अधिकारी के पास गए थे, लेकिन अधिशासी अधिकारी अड़े हुए हैं.


मुझे उन्होंने अध्यक्ष मानने से ही इंकार कर दिया, आने वाले समय में मै बता दूंगा कि मैं अध्यक्ष हूं या नहीं हूं. सोमवार तक हमारे संगठन की ओर से उचित निर्णय लेकर अधिशासी अधिकारी को जवाब दिया जाएगा. जितेंद्र जेदिया ने कहा कि यदि हमें ईओ अध्यक्ष नहीं मानते हैं तो ना माने, हम इन्हें बनवा देंगे. ऐसे ईओ कई आए और कई गए हम सोमवार से कार्य का बहिष्कार करेंगे और दीपावली पर इनको पता चल जाएगा कि शहर की सफाई क्यों नहीं हो रही है और जनता हमारे साथ है . मेरे पास यदि ताकत होगी तो इओ को मानना पड़ेगा कि मैं अध्यक्ष हूं.


Reporter- Gopal Kanwar