Rajasthan Crime : राजस्थान में गौवंश तस्करी के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. चूरू की राजगढ़ पुलिस और गौरक्षकों ने राजगढ़ थाना क्षेत्र के माचाडी के पास गौवंशों से भरी एक पिकअप को पकड़ा है. गौरक्षक प्रशांत पंडित ने बताया  राजगढ़ पुलिस ने पिकअप को जब्त कर उसमें भरे 7 गोवंशो को मुक्त कराया है. पुलिस ने सभी गोवंश को राजगढ़ स्थित भोरंगी गोशाला में छोड़ा है. जिनमे 6 गौवंश जीवित और एक गौवंश मृत मिला है. 


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मृत गौवंश का पोस्टमार्टम करवा दफना दिया गया है. पुलिस और गौरक्षकों को सूचना मिली थी कि एक गाड़ी में गोवंश भरे हैं. सूचना पर पुलिस ने माचाडी के पास गाड़ी को रुकवाया, लेकिन तस्कर पुलिस को देखकर अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गया. राजगढ़ पुलिस ने वाहन को जब्त कर लिया है. राजगढ़ पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.



गोवंश मामले में आरोपी के माता-पिता भी गिरफ्तार
इधर जोधपुर-जोधपुर के तिंवरी शहर में पिछले सप्ताह गोवंश की हत्या और अवशेष मिलने के मामले में मथानियां पुलिस ने मुख्य आरोपी के माता-पिता को भी गिरफ्तार किया है. महिला से गोवंश के अवशेष से जुड़ी सामग्री और मुख्य आरोपी से हथियार बरामद किया गया.



पुलिस के अनुसार प्रकरण में तिंवरी निवासी मुख्य आरोपी साउद और उसका मित्र अकरम उर्फ बाबू रिमांड पर है. पूछताछ और अनुसंधान में माता पिता की भूमिका भी सामने आई. जिन्हे गिरफ्तार किया गया है. पुलिस जांच में ये भी सामने आया कि कुछ दिन पहले तिंवरी में सड़क किनारे गोवंश के अवशेष मिले थे. कुछ अन्य सामग्री कब्रिस्तान रोड पर मिली थी.



मामले को लेकर हिंदू संगठनों ने नाराजगी जताई थी . सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर मुख्य आरोपी साउद संदेह के दायरे में आया था. पुलिस उसके घर पहुंची तो मां खातून गोवंश के अवशेष छुपाने के लिए भागी थी, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया था. इसके अलावा मुख्य आरोपी के पिता की भी सक्रिय भूमिका बतायी जा रही है.