Dausa News: प्रेरणा दिवस के रूप में मनाई गई स्वर्गीय राजेश पायलट की पुण्यतिथि, सचिन पायलट सहित पूर्व मंत्री, विधायक और पूर्व विधायक रहे मौजूद
Dausa Big News: दौसा के जीरोता में आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे स्वर्गीय राजेश पायलट की 24वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में सचिन पायलट पहुंचे थे. जहां कांग्रेस ने राजेश पायलट की पुण्यतिथि को प्रेरणा दिवस के रूप में मनाते हुए सर्वधर्म प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया.
Dausa Big News: राजस्थान में दौसा के जीरोता में आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे स्वर्गीय राजेश पायलट की 24वीं पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में सचिन पायलट पहुंचे थे. जहां कांग्रेस ने राजेश पायलट की पुण्यतिथि को प्रेरणा दिवस के रूप में मनाते हुए सर्वधर्म प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया. इस दौरान हाल ही में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर जीते 10 में से 7 नवनिर्वाचित सांसद भी पुण्यतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए.
दौसा सांसद मुरारीलाल मीणा, भरतपुर सांसद संजना जाटव, टोंक सवाई माधोपुर सांसद हरीश मीणा, बाड़मेर सांसद उमेदाराम बेनीवाल, चूरू सांसद राहुल कस्वां, श्रीगंगानगर सांसद कुलदीप इंदौरा और झुंझुनू सांसद बृजेंद्र ओला मौजूद रहे. वहीं कार्यक्रम में कई विधायक, पूर्व मंत्री और पूर्व विधायक सहित कांग्रेस पार्टी के छोटे बड़े जनप्रतिनिधि सहित बड़ी तादाद में लोग मौजूद रहे. बायतु विधायक हरीश चौधरी, मनीष यादव, रीटा चौधरी, पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, ममता भूपेश, पूर्व विधायक जीआर खटाना, ओमप्रकाश हुड़ला कार्यक्रम में शामिल हुए.
परसराम मोरदिया, सुरेश मोदी, वेदप्रकाश सोलंकी, इंद्राज गुर्जर, रामस्वरूप कसाना, नरेंद्र बुढ़ानिया, धीरज गुर्जर, मुकेश भाकर, रामनिवास गांवडिया, अमीन खान, हेमाराम चौधरी, अनिता जाटव, ललित यादव, विकास चौधरी, पीआर मीणा, शिवप्रकाश गुर्जर, प्रशांत बैरवा, महेंद्र रलावता, राखी गौत्तम, दामोदर गुर्जर, रफीक मंडेलिया, सुरेश गुर्जर, रोहित बोहरा, जाहिदा खान, रमिला खड़िया, कृष्णा पूनिया, रूबी कुन्नर, अमर सिंह जाटव, गणेश घोघरा, अभिमन्यु पूनिया, जोगेंद्र अवाना, वाजिब अली, राकेश पारीक, निर्मल चौधरी, अजीत सिंह महुवा, रामजीलाल ओढ़ समेत दर्जनों नेता मौजूद रहे.
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लोकसभा चुनाव के परिणाम को लेकर पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि मैं जनता का धन्यवाद देना चाहता हूं कि बहुत सारे एग्जिट पोल और कई तरह की बातों से अलग अप्रत्याशित परिणाम आए हैं. उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान जैसे राज्यों में डबल इंजन की सरकार को किसानों व नौजवानों ने स्पष्ट संदेश दिया है. अभी गठजोड़ की सरकार बनी है किसी भी दल को मैंडेट नहीं मिला है. एक खंडित जनादेश आया है, लेकिन चुनाव के परिणाम से जो राजनीतिक संदेश आया है कि दमन, प्रतिशोध, आक्रमण व भेदभाव की राजनीति नहीं चलेगी. पूर्व में संसद में जिस तरह 147 सांसदों को एक साथ निलंबित किया गया. मैं समझता हूं उस प्रकार की कार्रवाई को लोगों ने पसंद नहीं किया.
पायलट ने कहा- निर्वाचित दो मुख्यमंत्रियों को जेल में डाला गया. कांग्रेस के नेताओं को प्रताड़ित किया गया और अब विपक्ष की एकजुटता हुई उससे एक संदेश जनता ने दिया है कि आने वाले समय में सबको मिलकर काम करना होगा. सरकार का गठन कल-परसों में ही हुआ है, लेकिन अभी से कई दलों में आशंकाएं पैदा हुई हैं. कोई शपथ लेने से मना कर रहा है. ऐसे में खींचतान शुरू हो गई है. अब समय बताएगा सरकार कितनी चलती है. खंडित जनादेश आया है और कांग्रेस का संख्याबल दोगुना हुआ है.
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कांग्रेस में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और हम सबने मिलकर जो मेहनत की है उसका परिणाम आया है कि आज कांग्रेस के 100 से ज्यादा सांसद हैं. पायलट ने कहा कि चुनाव से पहले भाजपा 303 सांसद लेकर मैदान में उतरी थी. आज उनके 60-70 सांसद कम हुए हैं. साथ ही एनडीए 400 का दावा करता था उनके भी सांसद कम हुए हैं. कांग्रेस पार्टी के लिए लोकसभा के परिणाम कुछ हद तक संतोषजनक हैं. पूर्वी राजस्थान में कांग्रेस की वापसी के सवाल पर पायलट ने कहा कि जो भी लोग चुनाव जीते हैं. वह पार्टी के सिंबल पर जीतकर आए हैं. पार्टी ने उन्हें मौका दिया था.
चुनाव में जीत का श्रेय नेताओं के साथ विशेष तौर पर पार्टी कार्यकर्ताओं को जाता है. कार्यकर्ता यदि बूथ पर मेहनत नहीं करते तो हमको सफलता नहीं मिलती. सबके सहयोग और सामूहिक नेतृत्व की मेहनत से ही जीते हैं और जहां हम चुनाव हारे हैं वहां अगली बार ज्यादा मेहनत करेंगे. नीट परिणाम के सवाल पर पायलट ने बोले- कई प्रकार के आरोप लग रहे हैं. सरकार ने जो स्पष्टीकरण दिया है वह बिल्कुल भी संतोषजनक नहीं है. अपने बच्चों के भविष्य को लेकर लाखों परिवार चिंतित हैं. लेकिन सरकार को चिंता नहीं है.
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पायलट ने कहा कि कश्मीर में आतंकवादी हमले हो रहे हैं. वहीं मणिपुर हिंसा को लेकर बोले सरकार को बहुत पहले सचेत होना चाहिए था. देश के एक हिस्से में अपराध किए जा रहे हैं, दुष्कर्म हो रहे हैं जिन्हें रोकने के लिए केंद्र सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए. जिसका सभी को दुख है. अब खुद उनके लोग इस मुद्दे पर बोल रहे हैं तो जरूर सरकार इस पर संज्ञान लेगी. किसी भी राजनेता, दल या सरकार को विनम्रता का परिचय देना चाहिए. जनता के अरमानों को पूरा करने की कोशिश करनी चाहिए. अब 10 साल में घमंड और अहंकार की सरकार थी, जनता ने आदेश दिया है कि घमंड को त्यागो और समर्पण भाव से काम करने की जरूरत है.