Dausa: राजस्थान के दौसा कोतवाली थाना क्षेत्र में जड़ाव फाटक से कुछ ही दूरी पर स्थित बालका ढाणी में सड़क किनारे खेत में करीब छह माह का भ्रूण मिलने से स्थानीय लोग अचंभित हो गए. लोगों की सूचना पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंची और घटनास्थल का मौका मुआयना किया. 


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वहीं, स्थानीय लोगों के पर्चा बयान लेने के बाद भ्रूण को उठाकर दौसा जिला अस्पताल के आपातकाल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद करीब 6 से 7 माह का बच्ची का भ्रूण बताया. पुलिस ने भ्रूण को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया. वहीं, मामले की जांच पड़ताल में जुट गई. 


बच्ची का भ्रूण मिलने से एक ओर जहां स्थानीय लोग सकते में है. वही पुलिस भी हैरान है. लिंग परीक्षण और कन्या हत्या को लेकर सरकार द्वारा पूरी तरह रोक है. साथ हीं, बेटियों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा तरह-तरह की योजनाएं भी संचालित की जा रही है. उसके बावजूद भी बच्ची का भ्रूण मिलना कई सवाल खड़े कर रहा है. 


कन्या हत्या को लेकर सरकार द्वारा लगातार जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं तो कन्या हत्या को लेकर कानून भी सख्त किया हुआ है. उसके बावजूद भी भ्रूण हत्या को अंजाम देने वाले लोग नासमझ बने हुए हैं और अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है. 


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जिले में कन्या भ्रूण हत्या का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी जिले में दर्जनों मामले भ्रूण हत्या के पुलिस थानों में दर्ज हैं, लेकिन पुलिस की कड़ी जांच पड़ताल के बाद भी भ्रूण हत्यारे कानून के शिकंजे में नहीं आते. शायद भ्रूण फेंकते समय वह इतने चौकस और चौंकाने रहकर फेंकते हैं, जिसके चलते पुलिस को उन तक पहुंचने का कोई सुराग नहीं मिलता और वह बच निकलते हैं. अब कोतवाली थाना पुलिस भ्रूण को लेकर इस बात की जांच पड़ताल में जुटी हुई है कि भ्रूण यहां किसने फेंका है. 


Reporter- Laxmi Avatar Sharma 


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