खतरे के निशान के पार धौलपुर की चंबल नदी, 25 गांव में आई बाढ़
जिले से होकर गुजर रही चंबल नदी खतरे के निशान से काफी ऊपर चल रही हैं और चंबल में पानी की आवक लगातार जारी हैं. इससे धौलपुर जिले के 25 गांव में बाढ़ की चपेट में आ गए हैं.
Rajakhera: धौलपुर जिले से होकर गुजर रही चंबल नदी खतरे के निशान से काफी ऊपर चल रही हैं और चंबल में पानी की आवक लगातार जारी हैं. इससे धौलपुर जिले के 25 गांव में बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. मध्यप्रदेश और हाड़ौती क्षेत्र में हुई बारिश और कोटा बैराज पानी रिलीज किया है, जिसका असर धौलपुर से गुजर रही चंबल नदी में देखने को मिल रहा है.
जिले के 25 गांव वर्तमान में चंबल नदी की चपेट में आ चुके हैं. प्रशासन की अलग-अलग टीमें ग्रामीण और पशुओं को रेस्क्यू कर रही है. इसे लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड़ पर है. साथ ही सेना के जवानो ने भी मोर्चा संभाल लिया हैं.
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चेतन चौहान ने बताया कि मध्यप्रदेश और हाड़ौती क्षेत्र में हुई बारिश से चंबल नदी उफान पर हो गई है. साथ ही कोटा-बैराज पानी रिलीज किया है. इसके साथ चंबल की सहायक नदियां, जिसमे कालीसिंध, परवन और पार्वती के पानी की भी आवक चंबल में हो रही है.
इस वजह से चंबल नदी रौद्र रूप ले चुकी है. देर रात्रि तक चंबल का जलस्तर और बढ़ेगा, जिसे देखते हुए चंबल नदी के निचले इलाके में बसे लोग और मवेशी को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की कवायद शुरू कर दी है. राजाखेड़ा उपखंड क्षेत्र के गांव मेहदपुरा, चीलपुरा, छाड़ियन का पुरा, अंडवा पुरैनी, डगरा, बरसला, गढ़ी जाफर समेत एक दर्जन गांव के लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर टेंट लगाकर आवास कराया जा रहा है.
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इसके साथ ही सरमथुरा उपखंड के दुर्गशी, शंकरपुरा और झिरी समेत तमाम गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं. धौलपुर उपखंड का मोरोली, बसईनीम, कामरे का पुरा समेत तमाम गांव में पानी ने प्रवेश करना शुरू कर दिया है. उन्होंने बताया कि राहत और बचाव के कार्य प्रशासन ने शुरू करा दिए हैं. आधा दर्जन एसडीआरएफ की टीम ग्रामीणों को रेस्क्यू करने में जुटी हुई है.
सेना के 70 जवान भी बुलाये गए. संबंधित हल्का पटवारी गिरदावर एवं सचिवों को मुख्यालय पर तैनात किया गया. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एएनएम मेडिकल की टीम भी तैनात की गई है. वैकल्पिक व्यवस्था कर स्विफ्ट कराए गए लोगों के लिए खाद सामग्री की व्यवस्था की गई है. मवेशी के लिए अलग से चारे दाने की व्यवस्था कराई जा रही है. उन्होंने नदी के किनारे बसे लोगों से अपील करते हुए कहा कि खुद और परिवार को सुरक्षित रखें. बाढ़ के हालात होने पर सुरक्षित स्थानों पर शरण प्राप्त करें. परेशानी और असुविधा होने पर कंट्रोल रूम को सूचित करें.
Reporter- Bhanu Sharma
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