Dungarpur,Aspur: जैन तीर्थ सम्मेद शिखर को पर्यटन क्षेत्र घोषित किये जाने के विरोध में डूंगरपुर जिले का आसपुर कस्बा आज बंद रहा. सकल जैन समाज के बंद के आव्हान पर आसपूर कस्बे में बाजार बंद रहे. व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखते हुए समर्थन दिया. इस मौके पर कस्बे में जैन समाज की ओर से विरोध रैली भी निकाली गई. वहीं आसपूर एसडीएम को राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व झारखंड सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में जैन समाज श्री सम्मेद शिखर को पर्यटन क्षेत्र ने करके तीर्थ क्षेत्र घोषित करने की मांग की है. \


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देशभर में जैन समाज की ओर से श्री सम्मेद शिखर बचाओ, तीर्थ बचाओ और धर्म बचाओ आंदोलन चलाया जा रहा है. इसी अभियान के तहत आज सकल जैन समाज व सर्व समाज की ओर से डूंगरपुर जिले के आसपूर कस्बे के बंद का आव्हान किया था. सकल जैन समाज के बंद के आव्हान का पूरा असर देखने को मिला.  जैन समाज के आव्हान पर आसपूर कस्बे के व्यापारियों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखते हुए बंद का समर्थन किया. वही इस मौके पर सकल जैन समाज की ओर से कस्बे में विरोध रैली निकाली गई. बंद के तहत जैन समाज व सर्व समाज के लोग आसपूर कस्बे के गोल चौराहे पर एकत्रित हुए. इसके बाद लोगो ने रैली शुरू की.  


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रैली गोल चौराहे से रवाना होकर कस्बे के विभिन्न मार्गों से होकर गुजरी ओर आसपूर एसडीएम पर जाकर रैली का समापन हुआ. वही इसके बाद सभा का आयोजन हुआ. सभा को जैन समाज और सर्व समाज के लोगो ने सबोधित किया. अपने संबोधन में जैन समाज के लोगो ने कहा कि  सम्मेद शिखर तीर्थ क्षेत्र जैन धर्म के 24 तीर्थंकरों में से 20 तीर्थंकरों की निर्माण भूमि है जैन समाज सहित विभिन्न समाजों का यह आस्था का केंद्र है.


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 सरकार के नोटिफिकेशन के अनुसार इसको टूरिस्ट प्लेस का दर्जा दिया जाता है तो उसकी पवित्रता खत्म हो जाएगी टूरिस्ट प्लेस होने के कारण यहां पर मांस मदिरा का भी सेवन किया जाएगा. जिसके चलते जैन समाज की धार्मिक भावनाओं को आहत होगी. इधर इसके बाद सकल जैन समाज ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व झारखंड के सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में समाज ने नोटिफिकेशन को निरस्त करने व इस पूरे क्षेत्र को पवित्र क्षेत्र घोषित किया जाने की मांग की है. 


Reporter- Akhilesh Sharma