Rajasthan News: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर द्वारा आदिवासियों को लेकर दिए गए बयान के मामले में प्रदेशभर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी कड़ी में डूंगरपुर जिले में भी भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा ने आज कलेक्ट्रेट पर मंत्री दिलावर के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस मौके पर मोर्चा के लोगो ने शिक्षा मंत्री का पुतला फूंकते हुए आक्रोश जताया. वहीं, मोर्चा ने कलेक्टर को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपकर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को पद से हटाने और आदिवासियों से माफी मांगने की मांग की है.  आखिर मदन दिलावर ऐसे बयान देते क्यों हैं ?
 


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फूंका मदन दिलावर का पुतला 
भारत आदिवासी पार्टी के आदिवासी नेता कांतिभाई के नेतृत्व में भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता आज कलेक्ट्रेट पर एकत्रित हुए. इसके बाद कार्यकर्ताओ ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर द्वारा हिन्दू धर्म नहीं मानने वाले आदिवासियों का डीएनए टेस्ट करवाने के बयान के विरोध में प्रदर्शन किया. इस मौके पर मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का पुतला फूंका और उनके द्वारा दिए गए बयान पर आक्रोश जताया. इस मौके पर कांतिभाई आदिवासी ने कहा कि प्रदेश के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर द्वारा दिए गए बयान से आदिवासियों की भावनाओं को ठेस पहुंची है. उन्होंने कहा कि हमारा समुदाय धर्मपूर्वी है जो प्राचीन काल से हमारी स्वयं की संस्कृति, परम्परा व बोली है जो अन्य धर्मों से हमें अलग करती है. 


मंत्री दिलावर को पद से हटाने की मांग
कांतिभाई आदिवासी ने कहा कि संविधान के आर्टिकल 342 की परिभाषा अनुसार, शेड्यूल ट्राइब की विशिष्ट पहचान, परम्परा बोली के बारे बताया गया है. आदिवासी किसी धर्म के भाग नहीं है बल्कि हम प्रकृति पूजक है. उन्होंने प्रदेश के शिक्षा मंत्री द्वारा आदिवासियों के सम्बन्ध में दिए गए इस बयान पर विरोध जताया है. उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री को आदिवासियों के संवैधानिक प्रावधानों की जानकारी नहीं है और न ही वे आदिवासियों की संस्कृति से परिचित है. उन्होंने इस तरह के बयान देकर आदिवासियों की आस्था और पहचान को ठेस पहुंचाई है. भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा ने जिला कलेक्टर को सीएम के नाम ज्ञापन देकर मदन दिलावर को शिक्षा मंत्री पद से हटाने और मदन दिलावर द्वारा आदिवासियों से माफी मांगने की मांग की है. 


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