Dungarpur: डूंगरपुर जिले के रामसागड़ा थाना क्षेत्र के महिपालपुरा गांव में पेड़ से गिरने से घायल पशुपालक की 15 दिनों बाद उपचार के दौरान मौत हो गई. पशुपालक मवेशियों के लिए पत्ते तोड़ने के लिए पेड़ पर चढ़ा था. पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है. वहीं मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है.


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15 दिन पूर्व पेड़ पर बकरियों के पत्ते तोड़ने चढ़ा था युवक


डूंगरपुर जिले के जांच अधिकारी नारायणलाल ने बताया कि महिपालपुरा निवासी 45 वर्षीय मजदूर गोविंद आमलिया 15 दिन पूर्व पेड़ पर बकरियों के पत्ते तोड़ने चढ़ा था. पैर फिसलने से गोविंद जमीन पर गिर गया. जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था. ऐसे में पिछले 15 दिनों से गोविंद का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा था. 


आज सुबह गोविंद की इलाज के दौरान मौत हो गई. पुलिस ने  केस दर्ज कर लिया है, वहीं शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सौंप दिया है. मृतक की पत्नी पर अब तीन छोटे - छोटे बच्चों की जिमेदारी आ गई है.


डूंगरपुर में सुसाइड केस आया सामने


बता दें कि डूंगरपुर जिले के दोवड़ा थाना क्षेत्र के नरनिया गांव में बीमारी से परेशान युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतक का शव घर में ही फंदे से लटका मिला है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. 


डूंगरपुर जिले के दोवड़ा थाने के जांच अधिकारी डायालाल पाटीदार ने बताया कि नरणिया निवासी 25 वर्षीय धर्मेंद्र परमार लंबे समय से बीमार होने से परेशान था. धर्मेद्र के पिता शिवलाल बकरिया चराने गए हुए थे और जब लौटे तो घर का दरवाजा अंदर से बंद था. पड़ोसियों को बुलाकर दरवाजा खुलवाया गया.


घर के अंदर छत की बल्ली से धर्मेंद्र परमार लटका हुआ था.  परिजनों ने धर्मेद्र को फंदे से उतारा और उसे जिला अस्पताल लेकर आए. जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. 


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