Dungarpur News: जिले के सागवाड़ा शहर के सबसे बड़े लोहारिया तालाब पेटे से मिट्टी की अवैध रूप से बेतहाशा खुदाई हो रही है. मिट्टी ठेकेदारो द्वारा इन दिनों तालाब में पानी नहीं होने से दिन रात जेसीबी मशीन लगाकर अवैध तरीके से बड़े पैमाने पर मिट्टी की खुदाई कर दर्जनों ट्रैक्टर लगाकर ढुलाई हो रही है लेकिन नगरपालिका, प्रशासन व सम्बंधित विभाग पूरे मामले में खामोश नजर आ रहा है.


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सागवाड़ा नगर में स्थित लोहारिया तालाब के सुदृढ़ीकरण व सौंदर्यीकरण का कार्य नगरपालिका द्वारा आरयूआईडीपी को सौंप दिया गया है. आरयूआईडीपी द्वारा तालाब का कार्य किस तरह किया जाना है, इसमें तालाब की इस मिट्टी का किस तरह उपयोग होना है यह अभी तय नहीं है लेकिन मिट्टी ठेकेदार बेख़ौफ़ होकर दिन और रात लोहारिया तालाब के पेटे से मिट्टी खोदकर परिवहन कर रहे हैं. 



मिट्टी ठेकेदार तालाब में अवैध खनन करते हुए दर्जनों ट्रैक्टर-ट्रॉली मिट्टी भरकर अवैध रूप से परिवहन कर रहे हैं. इधर मिट्टी निकाली जाने से तालाब पेटे में गहरे गड्ढे हो रहे हैं जबकि इस संबंध में मिट्टी खोदने की नगर पालिका ने कोई स्वीकृति नहीं दी गई है. सिंचाई विभाग, प्रशासन और आरयूआईडीपी के अधिकारियों ने भी किसी को कोई स्वीकृति नहीं दी है. मिट्टी माफिया तालाब को दिन रात मशीने लगाकर छलनी कर रहे हैं और सैकड़ों टन मिट्टी का व्यावसायिक रूप से काम में लेकर अपनी जेबें भरने में लगे हैं. ऐसे में मिट्टी ठेकेदारों द्वारा धड़ल्ले से मन मर्जी से मिट्टी की खुदाई व ढुलाई से तालाब का स्वरूप बिगड़ रहा है. 



कार्रवाई का आश्वासन दिया
इधर इस मामले में जब सागवाड़ा एसडीएम और नगरपालिका के कार्यवाहक ईओ श्रवण सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा तालाब के गहरे करने की मांग जरूर आई थी लेकिन किसी संगठन व संस्था को कोई स्वीकृति नहीं दी गई है. अवैध रूप से हो रहे खनन को लेकर उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन जरुर दिया है. वहीं, तालाब की नियमानुसार डिसिल्टिंग करवाने की भी बात कही है.


लोगों की देखरेख में व्यवस्थित खुदाई करानी चाहिए
बहराल मिट्टी माफिया तालाब को दिन रात मशीने लगाकर छलनी कर रहे हैं और सैकड़ों टन मिट्टी का व्यावसायिक रूप से काम में लेकर अपनी जेबें भरने में लगे हैं.  वहीं, जिम्मेदार सागवाड़ा नगरपालिका और सागवाड़ा का राजस्व विभाग आंखें मूंदें बैठा है जबकि आवश्यकता है कि अवैध रूप से हो रही मिट्टी की खुदाई को रोक कर जिम्मेदार विभाग और लोगों की देखरेख में व्यवस्थित खुदाई करानी चाहिए, जिससे तालाब गहरा हो, इसकी सफाई हो और जल भराव क्षमता में बढ़ोतरी हो सके.