Dungarpur News: डूंगरपुर में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत जनजाति नायको को नमन करने के लिए शुरू हुई जनजाति गौरव यात्रा का आदिवासी जननायक बिरसा मुंडा की जयंती पर शहर में समापन हुआ. इस दौरान पूरे शहर में जनजाति गौरव यात्रा निकली और लोगो ने यात्रा का स्वागत करते हुए बिरसा मुंडा सहित अन्य जनजाति नायको का स्वतंत्रता संग्राम में किये योगदान को याद किया. जनजाति सुरक्षा मंच की ओर से आजादी के अमृत महोत्सव के तहत जनजाति नायको को नमन करने के लिए 10 नवम्बर से जिले के अलग-अलग हिस्सों से जनजाति गौरव यात्रा की शुरुआत की गई थी. चार दिनों तक जिलेभर में घुमने के बाद आज आदिवासी जननायक बिरसा मुंडा की जयंती पर सभी गौरव यात्रा शहर के तहसील चौराहे पर पहुंची. जहां पर यात्रा का समागम हुआ.


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इसके बाद तहसील चौराहे से यात्रा रवाना होकर शहर की विभिन्न मार्गों होते से हुए गेपसागर की पाल, नगरपरिषद, सोनिया चौक, मानक चौक, दर्जीवाडा होते हुए पुनः गेपसागर की पाल पर पहुंची जहां यात्रा का समापन हुआ. गौरव यात्रा में अलग अलग जीवंत झांकियां आकर्षण का केंद्र रही. वहीं जनजाति गौरव यात्रा का शहर में जगह-जगह पर स्वागत भी किया गया. इधर जनजाति गौरव यात्रा के गेपसागर की पाल पर समापन के बाद आम सभा का आयोजन हुआ.


आम सभा में वक्ताओं ने जनजाति गौरव यात्रा के उद्देश्य के बारे में बताते हुए कहा कि स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर सम्पूर्ण भारतवर्ष में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा हैं. वही स्वतंत्रता के आंदोलनों में जनजाति नायको की भी अहम भूमिका रही. वक्ताओं ने बताया की 85 से अधिक आदिवासी आंदोलनों की अभी तक पहचान की जा चुकी हैं, जिन्होंने स्वतंत्रता के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. सभा में संत सुरमाल दास , गोविंद गुरु, बिरसा मुंडा के जीवन पर प्रकाश डाला.


Reporter - Akhilesh Sharma


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