डूंगरपुर: छात्रसंघ चुनाव में ABVP, NSUI, BPVM और SFI में लड़ाई, कौन बनेगा कैंपस का किंग
डूंगरपुर में छात्र संघ चुनाव के तहत नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद एसबीपी कॉलेज व वीर बाला कालीबाई कन्या महाविद्यालय में बीपीवीएम, एसएफआई, एबीवीपी व एनएसयूआई के बीच चतुष्कोणीय मुकाबला होगा, तो वहीं सागवाडा भीखाभाई कॉलेज में बीपीवीएम, एबीवीपी व एनएसयूआई के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा.
Dungarpur: जिले में छात्र संघ चुनाव के तहत नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब कालेजों में छात्र संगठनों की स्थिति साफ हो गई है. जिले के सबसे बड़े एसबीपी कॉलेज में बीपीवीएम, एसएफआई, एबीवीपी व एनएसयूआई के बीच चतुष्कोणीय मुकाबला होगा. एसबीपी कॉलेज में वर्ष 2016 से बीपीवीएम का कब्जा रहता आया है और इस बार भी बीपीवीएम का पलड़ा भारी है, हालांकि अन्य छात्र संगठन बीपीवीएम के इस विजय रथ को रोकने के लिए एबीवीपी, एनएसयूआई और एसएफआई एडी चोटी का जोर लगा रहें हैं.
छात्रसंघ चुनाव के तहत जिले के विभिन्न कालेजों में नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद स्थिति साफ हो गई है. जिले में कुल 6 राजकीय कॉलेज में से पीठ संस्कृत कॉलेज व सीमलवाडा कॉलेज में भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा (बीपीवीएम) अपनी जीत का परचम पहले ही फहरा चुकें हैं. दोनों कॉलेज में चारो पदों पर बीपीवीएम के उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं, वहीं अब जिले के सबसे बड़े एसबीपी कॉलेज, विकेबी गर्ल्स कॉलेज, भीखाभाई सागवाडा कॉलेज व बिछीवाडा कॉलेज में 26 अगस्त को मतदान होगा.
दो कॉलेज में चतुष्कोणीय, एक में त्रिकोणीय और एक में सीधा मुकाबला
एसबीपी कॉलेज व वीर बाला कालीबाई कन्या महाविद्यालय में बीपीवीएम, एसएफआई, एबीवीपी व एनएसयूआई के बीच चतुष्कोणीय मुकाबला होगा, तो वहीं सागवाडा भीखाभाई कॉलेज में बीपीवीएम, एबीवीपी व एनएसयूआई के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा. इसके अलावा बिछीवाडा कॉलेज में बीपीवीएम व एनएसयूआई के बीच सभी पदों पर सीधा मुकाबला होगा.
एसबीपी कॉलेज में 2016 से बीपीवीएम का कब्जा
वर्ष 2016 से पहले एसबीपी कॉलेज में कभी एबीवीपी व कभी एनएसयूआई जीतती आई थी, लेकिन वर्ष 2016 में छात्रसंघ चुनाव में भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा की एंट्री हुई. जिसके बाद भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा ने कॉलेज चुनाव में एसटी जाति का कार्ड खेला. नतीजा पहली ही बार में भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा ने जीत हासिल कर छात्र राजनीति को हिला कर रख दिया. वहीं वर्ष 2016 के बाद से भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा का एसबीपी कॉलेज के कब्जा बरकरार रहा है. इस बार भी भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा अपने द्वारा पिछले सालों में करवाये गए कार्यों व छात्रहितों से जुड़े मुद्दों को लेकर चुनावी मैदान में है और अपनी जीत को लेकर आश्वस्त नजर आ रहा है.
बीपीवीएम को रोकने के लिए अन्य संगठन कर रहें जोर आजमाइश
इस बार एसबीपी कॉलेज में भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा (बीपीवीएम) के लगातार चले आ रहें विजय रथ को रोकने के लिए, अन्य छात्र संगठन एबीवीपी, एनएसयूआई व एसएफआई पूरी का जोर आजमाइश कर रहें हैं. अन्य छात्र संगठन के नेताओं का कहना है कि छात्र राजनीत में जाति का कार्ड खेल जीत हासिल की लेकिन इतने सालों में बीपीवीएम कॉलेज व यहां के विद्यार्थियों का कोई विकास नहीं किया है.
बहराल नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी छात्र संगठन अपने-अपने चुनाव प्रचार में जुट गए हैं, वहीं छात्र संगठनों के नेता अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहें हैं. खैर अब देखने वाली बात होगी की छात्रसंघ चुनाव में एसबीपी कॉलेज में क्या बीपीवीएम अपना विजय रथ बरकरार रख पाता है या अन्य छात्र संगठन इस विजय रथ को रोक देते हैं.
Reporter - Akhilesh Sharma
अपने जिले की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
यह भी पढ़ें: OBC आरक्षण विसंगति: सूरतगढ़ में 600 अभ्यर्थी कर रहे आंदोलन, MLA का हरीश चौधरी पर आरोप
यह भी पढ़ें: रणथंभौर टाइगर रिजर्व में फुल डे और हाफ डे सफारी बंद, होटल व्यवसाय को झटका