Sagwara: डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा पंचायत समिति की ग्राम पंचायत गडावेजणियां में सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी द्वारा सरकारी हैंडपंप अपने चहेतों की निजी जमीन पर खुदवाने का मामला सामने आया है. पंचायत के ग्रामीणों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया. वहीं, कार्यवाहक कलेक्टर को शिकायत करके कार्रवाई की मांग की है.


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डूंगरपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रो में एक तरफ जहां भीषण गर्मी से आमजन पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं, वहीं, डूंगरपुर जिले की सागवाड़ा पंचायत समिति की ग्राम पंचायत गडावेजणियां में स्वीकृत हुए हैंडपंप के बदले चेहतों की जमीन पर बोरवेल खुदवाकर उन्हें लाभ पहुचाने का मामला सामने आया है.


कार्रवाई की हुई मांग
पंचायत समिति सागवाड़ा के अंतर्गत गडावेजणियां के ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर पंचायत द्वारा गांव के चहेतों की निजी भूमि पर खुदवाए गए बोरवेल की जांच करवाने और कार्रवाई किये जाने की मांग की है. इस मौके पर ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए बताया कि पंचायतीराज विभाग की ओर से गडावेजणियां पंचायत क्षेत्र में पेयजल संकट के बीच ग्रामीणों को राहत देने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर 10 सरकारी हेंडपम्प खुदवाने की स्वीकृति जारी हुई थी लेकिन पंचायत के सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी ने उक्त हैंडपंप गांव के सार्वजनिक जगहों पर लगाने के बजाय अपने चहेतों की निजी जमीन पर 8 इंच के बोरवेल खुदवा दिए हैं. 


क्या बोले ग्रामीण
ग्रामीणों ने बताया कि 5 जगह निजी भूमि पर बोरवेल खुदवाएं गए हैं. ऐसे में ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारी को निजी जमीन पर बोरवेल खुदवाने की जानकारी मांगी तो जिम्मेदार अधिकारियों ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उन्होंने अपने निजी स्तर पर बोरवेल खुदवाएं हैं जबकि स्वीकृत 10 हेंडपम्प में से एक भी हैंडपंप पंचायत की ओर से आज तक नहीं खुदवाये गए है. ऐसे में ग्रामीणों ने कार्यवाहक कलेक्टर को ज्ञापन देकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.


Reporter- अखिलेश शर्मा 


 


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