Hanumangarh: फसल बीमा क्लेम रबी 2020 और खरीफ 2021 का ब्याज सहित भुगतान की मांग को लेकर भादरा के डूंगराना में किसानो का धरना 40 वें दिन और आमरण अनशन 10 वें दिन भी जारी रहा. धरना स्थल पर किसानों ने किसान नेता बजरंग सहारण के नेतृत्व मे 20 सितम्बर से धरना लगा रखा है.


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धरने के एक माह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होते देख 20 अक्टूबर से धरने पर बैठे किसानों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया. अनशन पर बैठे 78 वर्षीय किसान नत्थूराम गोदारा की तबीयत बिगड़ जाने पर उसे चार दिन बाद भादरा के राजकीय चिकित्सालय मे दाखिल करवाया गया, वही 75 वर्षीय किसान जयपाल गोदारा, 65 वर्षीय निहाल सिंह, 35 वर्षीय सुरजीत सिहाग, 24 वर्षीय अनिल नेहरा और 22 वर्षीय किसान अंजन शर्मा अभी भी आमरण अनशन पर डटे हुए हैं.


किसान नेता बजरंग सहारण ने बताया दो साल बीतने के बावजूद कई बार मांग के बावजूद अभी तक फसल बीमा क्लेम रबी 2020 और खरीफ 2021 का भुगतान बीमा कंपनी ने रोक रखा है. पिछले एक महीने से ज्यादा वक्त से किसान भुगतान की मांग को लेकर आंदोलनरत हैं. बीमा कंपनी लगातार कोई ना कोई बहाना बनाकर किसानों के हक का पैसा रोके हुए है.


जिसके विरोध में और बीमा क्लेम का भुगतान ब्याज सहित करने की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन विरोध में लगातार जारी है. उपचाराधीन बुजुर्ग किसान नत्थू राम गोदारा अभी भी अस्पताल मे अनशन जारी किए हुए हैं.


वहीं, जयपाल गोदारा व निहाल सिंह की सेहत भी गिरती जा रही है. बजरंग सहारण ने कहा कि किसान अपनी जायज मांग को लेकर दीपावली के त्योहार पर भी अनशन पर रहे थे लेकिन बीमा कम्पनी, कृषि विभाग, जिला और उपखंड प्रशासन के किसी अधिकारी ने किसानो की सुध तक नही ली.उन्होने कहा कि किसी किसान के साथ कोई अप्रिय घटना घटती है तो इसके लिए स्थानीय प्रशासन जिम्मेदार होगा.


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