Rajasthan: पीलीबंगा तहसील क्षेत्र की निकटवर्ती ग्राम पंचायत बहलोलनगर में वायुसेना का एक मिग-21 फाइटर जैट विमान क्रेश हो गया. फाइटर जेट के पायलट राहुल अरोड़ा ने पैराशूट से कूदकर अपनी जान बचाई. वायुसेना के अधिकारियों ने हैलीकाप्टर की मदद से घायल पायलट को रेस्क्यू करते हुए उसे सूरतगढ़ एयरबेस ले गये जहां सेना के वरिष्ठ चिकित्सकों द्वारा घायल पाललेट का इलाज किया जा रहा है.


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यह फाइटर जेट बहलोलनगर के एक रिहायशी मकान पर गिरा और जोरदार धमाके के साथ मकान में भंयकर आग लग गई. मकान में मौजूद 3 महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 3 महिलाएं गंभीर रूप से घायल हो गई.पीलीबंगा एवं हनुमानगढ़ जिला प्रशासन व पुलिस एवं सेना व आपदा प्रबंधन विभाग के आलाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की सहायता से कड़ी मशक्कत के बाद तीनोंं मृतक महिलाओं के शवों को मलबे से बाहर निकाल कर सरकारी अस्पताल पीलीबंगा पंहुचाया एवं घायलों को एम्बुलैंस की सहायता से हनुमानगढ़ के जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया.


जहां विमान गिराने से हादसा हुआ वह मकान रतन सिंह उर्फ रतीराम पुत्र नाजर सिंह रायसिख का था और मृतक महिलाओं की पहचान लीला देवी उर्फ लीलावती पत्नी रामप्रताप जाति ब्राह्मण (61) बहलोलनगर, बंशो कौर पत्त्नी रती राम (45) जाति रायसिख एवं बंतो पत्नी लाल सिंह (60) रायसिख निवासी बहलोननगर के रूप में हुई है जबकि घायलों की पहचान सरोज पत्नी रतन सिंह उर्फ रतीराम (18) रायसिख , विमला पत्नी रतन सिंह उर्फ रतीराम रायसिख (19) वीरपाल कौर पत्नी नरेन्द्र्र सिंह उर्फ बिट्टू रायसिख (32) निवासी बहलोलनगर के रूप में हुई.


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मृतक के परिवारजनों ने मृतक के आश्रितों को 50 लाख रुपए मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिये जाने की मांग रखते हुए ग्रामीणों के सहयोग से पीलीबंगा सरकारी अस्पताल परिसर में धरना लगाकर बैठ गए. सुचना पर जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी एवं जिला कलेक्टर रुक्मणी रियार ने धरना स्थल पर पहुंचे और धरने पर बैठे परिजनों, ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों से समझौता वार्ता भी की गई जो विफल रही. धरना प्रदर्शन देर रात से सुबह तक लगातार जारी रहा जिस कारण मृतकों का पोस्टमार्टम भी नहीं हो सका. 


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जिला कलेक्टर रुक्मणी रियार ने बताया कि सरकारी नौकरी का प्रावधान नहीं है राज्य सरकार की और से मृतकों के आश्रितों को चिरंजीवी योजना में 5 -5 लाख रुपए की सहायता एवं भारत सरकार सेना की और मृतकों के आश्रितों को 1-1 लाख रुपए की तुरंत सहायता दी जाएगी और दुर्धटना में घायलों को जिनका इलाज जारी है उनको भी नियमानुसार सहायता दी जाएगी.