जयपुर: राजधानी में उस वक्त हड़कंप मच गया. जब बीसलपुर बांध से पीले पानी की सप्लाई की गई. आज 20 लाख से ज्यादा आबादी को पीला पानी पीना पड़ा. जानकारी के मुताबिक,सूरजपुरा प्लांट से ही पीले पानी की सप्लाई हुई है. जलदाय विभाग के ACE आरसी मीना से जब इस बारे में जानकारी मांगी गई तो उन्होंने कहा कि पानी भले ही पीला है, इसमें बदबू नहीं है और यह पीने योग्य पानी है. उनका कहना है कि बीसलपुर से आने वाले पानी में क्लोरीन की मात्रा बिल्कुल ठीक है.


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वहीं, चीफ केमिस्ट HS देवंदा ने जांच के लिए टीम गठित कर दी है. शुक्रवार को वरिष्ठ केमिस्ट सुनीता यादव के नेतृत्व में टीम सूरजपुरा प्लांट का दौरा कर जांच करेगी.साथ ही जयपुर में सभी CWR पर पीले पानी की जांच होगी. जयपुर में JEN, AEN, XEN पानी की जांच करेंगे.


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2011 में भी आया था पीला पानी


पानी की समस्या सुधरने में 15 दिन का वक्त लग सकता है. पीले पानी की वजह चित्तौड़ में तेज बारिश बताई जा रही है. इधर विशेषज्ञों का दावा है कि 2011 में भी पीला पानी आया था. उस दौरान भी लोगों को इस परेशानी से जूझना पड़ा था. 


चार जिलों की प्यास बुझाता है बीसलपुर बांध


बता दें कि बीसलपुर बांध रोजाना चार जिलों की प्यास बुझाता है. यहां से जयपुर को 600 एमएलडी, अजमेर को 315 एमएलडी , दौसा को 60 एमएलडी और टोंक को 50 एमएलडी पानी हर दिन सप्लाई होता है. एक एमएलडी में 28 लाख लीटर पानी होते हैं. इन शहरों के साथ 1800 गांवों को डेढ़ साल तक सप्लाई करने जितना पानी बीसलपुर में है. इस साल अच्छी बारिश होने से बीसलपुर बांध के कैचमेंट एरिया में अच्छा पानी हुआ है. इससे आने वाले दो से तीन सालों तक लोगों की प्यास बुझाई जा सकती है. 


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