Jaipur News: राजस्थान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएमएस के ब्लड बैंक में अब 30 हजार यूनिट ब्लड स्टोर किया जा सकेगा. इससे पहले इस ब्लड बैंक की ब्लड स्टोरेज क्षमता 10 यूनिट की थी. आईएचटीएम विभाग के अधीनस्थ ब्लड सेण्टर, एसएमएस अस्पताल में भामाशाह दामोदर लाल नारायणी देवी खटोरिया चेरिटेबल ट्रस्ट जयपुर के सहयोग से ब्लड स्टोरेज कोल्ड की शुरुआत की गई है. इसकी कुल अनुमानित लागत 25 लाख रूपये है.


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सवाई मानसिंह अस्पताल ब्लड सेण्टर एक रीजनल ट्रॉन्सफ्यूजन सेण्टर है, जहां लगभग 60 से 80000 यूनिट रक्तदान हर साल होता है तथा इस संग्रहित रक्त से लगभग 125000 रक्त अवयव बनाये जाते हैं. इन रक्त अवयवों को अलग-अलग तापमान पर स्टोरेज किया जाता है. अब एसएमएस अस्पताल की ब्लड बैंक किसी भी तरह की आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार है. जयपुर में हुए बम धमाके आपातकाल के बड़े उदाहरण है जब अचानक बड़ी संख्या में लोगों को खून की जरूरत पड़ी थी.


एसएमएस अस्पताल की ब्लड बैंक में कैमिलो मेन्स फुली ऑटोमेटिक मशीन की शुरुआत की गई है, जिसमें कि 180 टेस्ट एक साथ लगाये जा सकते हैं, जिनका रिजल्ट 60 मिनट में ही आ जाता है. इस तकनीक के माध्यम से ब्लड बैंक मरीजों को सुरक्षित रक्त उपलब्ध करा पाने में और अधिक सक्षम होगा साथ ही ऐसे मरीजों जिनको बार-बार रक्त की आवश्यकता होती है जैसे थैलेसीमिया, हिमोफिलिया, ब्लड कैन्सर, अप्लास्टिक एनिमिया इत्यादि को रक्त संक्रमण से होने वाली बीमारियों से बचाया जा सकेगा. डेंगू और अन्य मौसमी बीमारियों में जहां प्लेटलेट एवं सिंगल डॉनर प्लेटलेट की आवश्यकता होती है, जो लाइफ सेविंग होती हैं, इसका 60 मिनट में टेस्ट लगाकर तुरन्त प्रक्रिया करके मरीजों को रिजल्ट उपलब्ध कराया जा सकता है.


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