एबीवीपी का 68वां राष्ट्रीय अधिवेशन, 25 नवम्बर को तीन दिवसीय अधिवेशन का होगा आगाज
तीन दिनों तक आयोजित होने वाले इस राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल होने वाले प्रतिनिधि शिक्षा क्षेत्र में विभिन्न परिवर्तनों की समसामयिक स्थिति पर चर्चा करेंगे. साथ ही संगठनात्मक लक्ष्यों का निर्धारण तथा देश के अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विचार विमर्श किया जाएगा.
Jaipur: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 68वां राष्ट्रीय अधिवेशन 25 नवम्बर से 27 नवम्बर तक जयपुर में आयोजित होने जा रहा है. राष्ट्रीय अधिवेशन को लेकर सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई हैं. वहीं आज से देशभर के प्रांतों से एबीवीपी कार्यकर्ताओं का पहुंचने का सिलसिला भी जारी होगा. सीतापुरा स्थित जेईसीआरसी परिसर में आयोजित होने जा रहे इस राष्ट्रीय अधिवेशन को लेकर करीब 500 से ज्यादा एबीवीपी कार्यकर्ता तैयारियों में जुटे हुए हैं. 25 नवम्बर को जहां योग गुरु बाबा रामदेव राष्ट्रीय अधिवेशन का आगाज करेंगे तो वहीं तीन दिनों तक विभिन्न चर्चाओं और सेमिनार का आयोजन किया जाएगा.
तीन दिनों तक आयोजित होने वाले इस राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल होने वाले प्रतिनिधि शिक्षा क्षेत्र में विभिन्न परिवर्तनों की समसामयिक स्थिति पर चर्चा करेंगे. साथ ही संगठनात्मक लक्ष्यों का निर्धारण तथा देश के अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विचार विमर्श किया जाएगा. अभाविप का राष्ट्रीय अधिवेशन शिक्षा तथा राष्ट्र जीवन से जुड़े विषयों पर विचार का गंभीर तथा रचनात्मक मंच है. वर्तमान समय में देश में आत्मनिर्भरता, स्वावलंबन आदि महत्वपूर्ण विषयों पर गंभीर विचार हो रहा है. अभाविप का यह महत्वपूर्ण आयोजन उपर्युक्त विषयों पर केन्द्रित रहेगा.
एबीवीपी राविवि इकाई अध्यक्ष भारत भूषण यादव ने बताया, "राष्ट्रीय अधिवेशन को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है. जेईसीआरसी परिसर में 6 बड़े पांडाल बनाए गए हैं. इसके साथ ही पूरे परिसर को हेरिटेज लुक देते हुए कार्यक्रम स्थल को महाराणा प्रताप नगर नाम दिया गया है. राष्ट्रीय अधिवेशन को लेकर एबीवीपी की ओर से विभिन्न कमेटियां और टीमों का गठन किया गया. जिसमें सभी पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है. कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों के लिए जेईसीआरसी परिसर में स्थित हॉस्टल में रहने के साथ ही आसपास के हॉस्टल्स में रुकने की व्यवस्था की गई है."
एबीवीपी कार्यकर्ता रघुनाथ बिश्नोई ने बताया, "18 साल के बाद राजस्थान को राष्ट्रीय अधिवेशन की जिम्मेदारी सौंपी गई है और इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी की ओर से भरसक प्रयास किए जा रहे हैं. कार्यक्रम की थीम जीरो प्लास्टिक यूज रखी गई है.तो वहीं पोस्टर और होर्डिंग बैनर भी कपड़े के बनाए गए हैं."
खबरें और भी हैं...
सावरकर पर गरमायी सियासत, PCC चीफ डोटासरा बोले- वीर होते तो चार बार माफी नहीं मांगते
लापरवाह मां-बाप मासूम बच्चे को कार में बंद कर गए अस्पताल, कॉन्स्टेबल ने बचाई जान
दूध डेयरी में 5 लोगों ने युवती से किया गैंगरेप, 3 BSF जवानों सहित 5 हुए गिरफ्तार