पायलट के अनशन के बाद CM गहलोत ने की राजस्थान की कानून व्यवस्था की समीक्षा, क्या इस मंथन से खत्म हो जाएगा कोल्ड वॉर?
CM Ashok gehlot: राजस्थान में सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच का कोल्ड वॉर हमेशा से चर्चा का विषय रहा है. पहले पायलट का अपनी ही पार्टी के खिलाफ अनशन और फिर सीएम अशोक गहलोत की राजस्थान की कानून व्यवस्था को लेकर सीएम हाउस में समीक्षा बैठक का होना. इसके सियासी मायने क्या हैं. क्या इससे मामला सुलझ पाएगा?
CM Ashok gehlot: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखने और आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश के लिए प्रभावी एवं त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए. सीएम गहलोत शनिवार को मुख्यमंत्री निवास पर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि पुलिस का पूरा ध्यान अपराधी को पकड़कर उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने पर होना चाहिए.
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नए दृष्टिकोण के साथ आपराधिक मामलों की जांच एवं मॉनिटरिंग करने के साथ ही अपराधियों को सजा दिलवाकर पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलवाना सुनिश्चित करें, ताकि अपराधियों में भय व्याप्त हो.
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों राजस्थान पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई का प्रदेशभर में सकारात्मक प्रभाव देखने को मिला है. आपराधिक दर में निरंतर कमी आई है. गहलोत ने अधिकारियों को पुलिस व प्रशासन को चुनौती देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
गुमराह करने वालों पर होगी कार्रवाई: सीएम गहलोत ने विभिन्न परिस्थितियों एवं घटनाओं में शव को लेकर धरने पर बैठने, रास्ता रोकने तथा कानून व्यवस्था का उल्लंघन करने जैसे मामलों पर चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थितियों में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा पीड़ित परिवार को गुमराह किया जाता है. पुलिस व प्रशासन के प्रति भड़काने का कार्य किया जाता है.
इससे क्षेत्र की कानून व्यवस्था बिगड़ने के साथ ही स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. गहलोत ने निर्देश दिए कि ऐसे असामाजिक तत्वों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कई मामलों में सामाजिक दबाव के कारण पीड़ित परिवार हॉस्टाइल हो जाते हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसी स्थितियों में वैज्ञानिक तरीकों से साक्ष्य जुटाकर कर आरोपियों को सजा दिलवाना सुनिश्चित किया जाए. सीएम गहलोत ने कुख्यात अपराधियों पर इनामी राशि बढ़ाने और पुलिस की इंटेलिजेंस विंग को सुदृढ़ करने के भी निर्देश दिए.
पकड़े गए नासिर और जुनैद हत्याकांड के आरोपी
मुख्यमंत्री ने नासिर और जुनैद हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने पर पुलिस की सजगता को सराहा. बैठक में पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने कहा कि आरोपियों को पकड़ने के लिए राजस्थान पुलिस की टीम ने सात राज्यों में छापेमारी की आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की.
बैठक में मुख्य सचिव उषा शर्मा, वित्त विभाग के एसीएस अखिल अरोड़ा, प्रमुख गृह सचिव आनंद कुमार, एडीजी एसओजी-एटीएस अशोक राठौड़, एडीजी क्राइम दिनेश एमएन, एडीजी इंटेलिजेंस एस. सेंगथिर समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.