राजस्थान में लगेगा महंगी बिजली का झटका! अचानक तेज गर्मी से बढ़ी मांग
राजस्थान में तेज गर्मी ने बिजली आपूर्ति कंपनियों के पसीने छूड़ा दिए हैं. विद्युत की प्रतिदिन मांग 26 करोड़ यूनिट तक पहुंच गई है. इस बीच प्रदेश की 6 बिजली उत्पादन यूनिटों के बंद होने से मुश्किलें बढ़ी हुई है.
Jaipur: राजस्थान में तेज गर्मी ने बिजली आपूर्ति कंपनियों के पसीने छूड़ा दिए हैं. विद्युत की प्रतिदिन मांग 26 करोड़ यूनिट तक पहुंच गई है. इस बीच प्रदेश की 6 बिजली उत्पादन यूनिटों के बंद होने से मुश्किलें बढ़ी हुई है. राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम से मिली जानकारी के अनुसार सूरतगढ़ की तीन, कोटा थर्मल, छबड़ा और कालीसिंध की एक-एक यूनिट बंद है. इससे कुल 2,630 मेगावाट क्षमता की ईकाइयों में उत्पादन बंद है.
अप्रैल महिने में हुई तेज गर्मी ने बिजली की मांग पिछले वर्ष के मुकाबले 5 करोड़ यूनिट बढ़ा दी है. पिछले साल अप्रैल के शुरूआती महिने में बिजली की औसत मांग 20 करोड़ यूनिट थी, जो इस वक्त 25 करोड़ यूनिट से ऊपर बनी हुई है. मांग और आपूर्ति में आए अंतर को कम करने के लिए बिजली कंपनियां अद्योषित बिजली कटौती और ट्रिपिंग का दायरा बढ़ा रही है. वहीं, ओपन एक्सेस से बिजली खरीद कर आपूति संतुलन के प्रयास है. सभी राज्यों से मांग होने पर ओपन एक्सेस से बिजली की खरीद महंगी
पड़ रही है. आने वाले दिनों में इससे उपभोक्ताओं पर फ्यूल सरचार्ज का भार पड़ सकता है.
गर्मी के सीजन में आमदिनों में साढ़े 4- 7 रुपए यूनिट में मिलने वाली बिजली 12- 18 रुपए प्रति यूनिट में खरीदी जा रही है. महंगी बिजली का भार उपभोक्ता पर फ्यूल सरचार्ज के रूप में डाला जाना तय है. पिछली वित्त वर्ष की तरह इस वर्ष भी 33 से 35 पैसे प्रति यूनिट की रेट पर वसूली की जा सकती है. प्रदेश में करीब 1 करोड़ 45 लाख बिजली उपभोक्ताओं से इस फ्यूल सरचार्ज की वसूली होती है. इनमें से 1 करोड़ 19 लाख केवल घरेलू उपभोक्ता हैं, जबकि कॉमर्शियल 14 लाख, इंडस्ट्रियल 3.52 लाख कनेक्शन हैं। कृषि के करीब 16 लाख बिजली कनेक्शन हैं.
राजस्थान में तापमान में इजाफे के चलते भीषण गर्मी और लू के चलते बिजली की खपत में 22 प्रतिशत का औसत इजाफा हुआ है. इस बीच राजस्थान की बिजली उत्पादन से जुड़ी 6 यूनिट में प्रोडक्शन बंद है. तकनीकी कारण, ट्रांसफार्मर और कोयले की कमी के चलते इन यूनिट्स में उत्पादन प्रक्रिया शुरू होने में समय लगेगा.
छत्तीसगढ़ से कोयले की सप्लाई में सुधार भी मई महिने के अंत तक संभावित है. वर्तमान में कोयले की 16 से 17 रैक प्रतिदिन आ रही है.
इन यूनिट्स में उत्पादन है बंद
सूरतगढ़ की तीन यूनिटें 660, 660 और 250 मेगावॉट में उत्पादन बंद
दो सुपरक्रिटिकल और एक सबक्रिटिकल यूनिट बंद
कोटा थर्मल की 210 मेगावाट की तीन नंबर ईकाई बंद
कालीसिंध की 600 मेवावाट बंद है, पांच दिन में उत्पादन शुरू होने की संभावना
छबड़ा की 250 मेगावाट उत्पादन क्षमता की चार नंबर ईकाई बंद.