Ashok Gehlot Sachin Pilot : राजस्थान की सियासत अगले कुछ महीनों में चुनावी मैदान में उतर जाएगी. लिहाजा ऐसे में कांग्रेस से लेकर भाजपा और अन्य दलों ने कमर कसनी शुरू कर दी है, लेकिन सूबे में एक के बाद एक हो रहे पेपर लीक ने अशोक गहलोत सरकार की मुश्किलें बढ़ा रखी है. विपक्ष ही नहीं बल्कि अब तो अपनों ने भी घेरना शुरू कर दिया है. सूबे में ताबड़तोड़ रैलियां कर रहे पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट पेपर लीक मामले में अपनी ही सरकार पर सवाल खड़ा कर बखिया उधेड़ रहे हैं. 


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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दो दिन के चिंतन के बाद सरकार के मंत्रियों और अधिकारीयों को पेपर लीक मामले में क्लीनचीट दे दी है, लेकिन सचिन पायलट अपनी रैलियों में लगातार ताकतवर व्यक्तियों का जिक्र कर अपनी ही सरकार को घेर रहे हैं. 


नागौर की रैली के बाद हनुमानगढ़ में भी पायलट ने कहा कि एक के बाद एक प्रकरण हो रहा है. इससे मन आहत होता है. हमें पुख्ता इंतजाम करना पड़ेगा. लोगों का विश्वास जीतना पड़ेगा कि कोई कितना भी बड़ा, ताकतवर व्यक्ति हो, किसी पद पर हो. नेता हो या अधिकारी हो, किसी दल का भी हो.. कहीं का भी हो. अगर बच्चों की जिन्दगी के साथ खिलवाड़ करेगा उसको हम कभी नहीं बख्शेंगे. दोषियों को सूद समेत सजा मिले. यह बात हम हमेशा बोलते हैं. पार्टी भी बोलती है और मुझे उम्मीद है कि बहुत जल्द इस दिशा में काम होगा.


वहीँ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पेपर लीक मामले में नेताओं और अधिकारियों क्लीन चिट दी है. सीएम गहलोत ने कहा कि पेपर लीक मामले में कोई भी अधिकारी और नेता शामिल नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार की उपलब्धियों को कमजोर करने के लिए विपक्ष बार-बार नेताओं और अधिकारियों के नाम लेकर जनता को गुमराह कर रहा है.


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