Cyber Crime: बगरू पुलिस ने साइबर ठगी से बचाने को शहर में चलाया जागरूकता अभियान
Jaipur Police: डीसीपी जयपुर वेस्ट वंदिता राणा के निर्देशानुसार बगरू पुलिस की ओर से कस्बे में साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए बगरू एसीपी अनिल शर्मा के मुख्य आतिथ्य व बगरू एसएचओ राधारमण गुप्ता की अध्यक्षता में आमजन से साथ एक जागरूकता संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
Jaipur Police, Cyber dost News: प्रदेश में लगातार तेजी से बढ़ रहे साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए पुलिस ने अब आमजन से संवाद करने का सिलसिला शुरू किया है, साइबर अपराधियों द्वारा ठगी करने के नित नए तरीके अपनाए जा रहें है. जिसके चलते पुलिस भरकस प्रयास करने के बाद भी साइबर साइबर पर प्रभावी तरीके से रोक नहीं लगा सकी है. राजस्थान पुलिस ने अब साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.
साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए जागरूकता संवाद कार्यक्रम
डीसीपी जयपुर वेस्ट वंदिता राणा के निर्देशानुसार बगरू पुलिस की ओर से कस्बे में साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए बगरू एसीपी अनिल शर्मा के मुख्य आतिथ्य व बगरू एसएचओ राधारमण गुप्ता की अध्यक्षता में आमजन से साथ एक जागरूकता संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान एसीपी बगरू अनिल शर्मा कहा कि साइबर फ्रॉड से बचने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है आमजन का जागरूक होना, किसी लोभ लालच नहीं आकार अपनी निजी जानकारी किसी के साथ साझा नहीं करेगी.
साइबर फ्रॉड से बचने के लिए आमजन का जागरूक होना- एसीपी अनिल शर्मा
आप जितने सजग रहेंगे आपके साथ फ्रॉड होने की संभावना भी उतनी ही कम रहेगी, एसीपी शर्मा ने बताया कि जागरूकता से साइबर अपराध से लड़ने का सबसे मजबूत हथियार है सजगता से ही साइबर फ्रॉड की रोकथाम संभव है. उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने हेल्पलाइन नंबर 1930 जारी किया गया है, जब भी आपके साथ किसी भी प्रकार से साइबर अपराध हो जाए तो तत्काल इसकी सूचना साइबर सेल को या हेल्प लाइन नंबर पर दे.
सरकार की ओर से साइबर पुलिस थाने खोले जा रहे
इसमें विशेष तौर पर ध्यान देने वाली बात यह है की सूचना उसी मोबाइल नंबर से ही देना जरूरी होता है, जिस नंबर पर ठगी हुई हो, ताकि त्वरित कार्रवाई हो सके. उन्होंने कहा कि आमजन की सुविधा के लिए सरकार की ओर से साइबर पुलिस थाने खोले जा रहे है. साइबर ठगी होने पर पीड़ित तुरंत नजदीकी थाने व साईबर थाने में शिकायत कर सकता है.
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थानाधिकारी राधारमण गुप्ता के कहा कि मोबाइल पर अक्सर किसी न किसी बहाने से ओटीपी नंबर पूछे जाते हैं, और आप लोभ लालच या किसी डर से ओटीपी नंबर बता भी देते है. इसके अलावा कई बार ऐसा भी होता है कि आपके मोबाइल नंबर या वॉट्सऐप- फेसबुक को हैक कर आपके मिलने वालों से भी पैसे की मांग की जाती है.
ये रहे मौजूद
ऐसा जब भी कोई कॉल आए तो आप सीधा अपने मिलने वाले से मोबाइल पर बात करे और पैसे की आवश्यकता की पुष्टि करे. इस दौरान पालिका उपाध्यक्ष अजय चौहान, पुलिस मित्र मदन चौधरी, दीपक कुमावत, राजवीर सिंह, अजय घड़ीवाल, रामस्वरूप चौधरी, मेघराज कुमावत, एहसान लुहार, अब्बास सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे.