Jaipur News: जयपुर नगर निगम ग्रेटर की मेयर सौम्या गुर्जर सरकार को अपना जवाब पेश करने और सीएम से मुलाकात के बाद कांफिडेंट नजर आ रही है. बर्खास्तगी की तलवार भले ही लटक रही हो लेकिन उनके कॉन्फिडेंस को देखकर लग रहा है कि उनका कार्यकाल अभी लम्बा चलेगा. ये संकेत उनके एक बड़े निर्णय को देखकर लग रहे है. आज जयपुर समारोह को लेकर सौम्या गुर्जर ने जब बैठक की तो उसमें उन्होंने गहलोत सरकार की ओर से करवाए जा रहे ग्रामीण ओलंपिक की तर्ज पर जयपुर में भी खेलों का आयोजन करवाने का निर्णय किया. ये आयोजन जयपुर समारोह के तहत करवाया जाएगा.


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उन्होंने कहा कि जयपुर समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ-साथ इस बार खेलों का भी बड़े स्तर पर आयोजन करवाया जाएगा. उन्होंने कहा कि खेलों को करवाने का उदेश्य जयपुर की जनता को जोड़ना और जनता के साथ-साथ पार्षद और अधिकारियों में नई ऊर्जा का संचार करना है. उन्होंने कहा कि जब हम खेलते है तो शरीर स्वस्थ्य रहता है और जब शरीर स्वस्थ होता है तो उसमें स्वस्थ मन निवास करता है. जब स्वस्थ मन होता है तो काम करने में भी रूचि आती है, जिससे जयपुर का विकास होगा.


जयपुर समारोह का आयोजन एक महीने तक चलेगा. ये कार्यक्रम 18 दिसंबर तक आयोजित किए जाएंगे. इसमें खेलों को कैसे शामिल किया जाएगा, उनका क्या शेड्यूल रहेगा. कौन-कौन से खेल होंगे, इसके लिए जल्द ही रूपरेखा तय की जाएगी. इसके लिए जनप्रतिनिधियों से सुझाव मांगे जाएंगे, जहां वे चाहेंगे वहां खेलों का आयोजन किया जाएगा. दरअसल सौम्या गुर्जर के पेश किए गए जवाब पर अब सरकार को निर्णय किया है.


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ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि सरकार सौम्या के जवाब पेश करने के बाद उन्हें पद से बर्खास्त कर सकती है लेकिन 25 नवंबर को जब सौम्या ने अपना जवाब डीएलबी डायरेक्टर को पेश किया था तो उससे पहले वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलकर आई थी, जहां उन्होंने अपनी पूरी बात रखी थी. उन्होंने कहा था कि उन्हें मुख्यमंत्री पर पूरा विश्वास है कि उन्हें वहां से न्याय मिलेगा.