6 लाख पशुपालकों को मिलेगा पशु बीमा का लाभ, जानिए योजना की पात्रता व शर्तें
प्रदेश के पशुपालकों को पशुधन के माध्यम से सुदृढीकरण किए जाने को लेकर सरकार ने बजट में पशुधन बीमा की घोषणा की थी. अब पशुधन बीमा योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए पशुपालन विभाग ने तैयारियां तेज कर दी है, जिससे किसानों को पशुधन बीमा का लाभ मिल सके.
Jaipur: प्रदेश के पशुपालकों को पशुधन के माध्यम से सुदृढीकरण किए जाने को लेकर सरकार ने बजट में पशुधन बीमा की घोषणा की थी. अब पशुधन बीमा योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए पशुपालन विभाग ने तैयारियां तेज कर दी है, जिससे किसानों को पशुधन बीमा का लाभ मिल सके.
यह भी पढ़ें-Gold-Silver Price: सोने-चांदी की कीमत स्थिर, जानिए लेटेस्ट रेट
पशुपालन विभाग सचिव पीसी किशन ने बताया कि राजस्थान राज्य के पशुपालकों के अमूल्य पशुधन का बीमा करवाकर, बीमित पशु की मृत्यु हो जाने पर उन्हें पुनर्भरण करवाने के लिए सरकार ने पशुधन बीमा की घोषणा की थी. अब वित्त विभाग की मंजूरी के बाद इसके लिए टेंडर जारी किए जाएंगे. माना जा रहा है कि अगस्त से यह योजना लागू हो जाएगी, जिससे करीब 6 लाख पशुपालकों को इसका लाभ मिलेगा. अभी पिछले तीन साल से पशुओं का बीमा नहीं हो रहा है, जिससे हजारों किसानों को नुकसान उठाना पड़ा है.
पिछली बार घाटे के चलते पशु बीमा कंपनियों ने पशु बीमा से हाथ खींच लिए थे. अब वापस सरकार ने इसके लिए 150 करोड़ का बजट मंजूर किया है.
पशु धन बीमा योजना की पात्रता एवं शर्तें
- राजस्थान के सभी पशुपालक इसके लिए पात्र होंगे
- उन्हीं पशुओं का बीमा होगा, जिनका अन्य किसी योजना में बीमा नहीं हुआ हो
- योजना में गाय, भैंस, ऊंट, सांड, पाडा, बकरी, भेड़, शूकर का बीमा अनुदानित योजना पर प्रस्तावित
- प्रत्येक परिवार के दो कैटल यूनिट का बीमा अनुदानित प्रीमियर पर किया जाना प्रस्तावित
- इस प्रकार 6 लाख पशुपालकों के लिए 12 लाख कैटल यूनिट का बीमा किया जाना प्रस्तावित
- भेड़, बकरी, शूकर की एक कैटल यूनिट में 10 पशु तथा बड़े पशुओं के लिए एक कैटल यूनिट में एक पशु माना जाना प्रस्तावित
- बीमा के लिए 1 कैटल यूनिट पशु की कीमत अधिकतम 50 हजार रूपए होगी
- इससे अधिक बीमा करवाए जाने की स्थिति में 50 हजार से अधिक राशि की पूरी प्रीमियम पशुपालकों की ओर से दी जाएगी
- सामान्य श्रेणी के पशुपालकों के लिए 50 प्रतिशत अनुदान देय होगा
- एससी, एसटी, बीपीएल श्रेणी के पशुपालकों के लिए 70 प्रतिशत अनुदान देय होगा
- पशुध बीमा की अवधि 1 साल होगी
- पशुओं की पहचान माइक्रो चिप द्वारा किया जाना प्रस्तावित