CM अशोक गहलोत का बड़ा बयान, PM मोदी का सामना केवल राहुल गांधी ही कर सकते हैं
अशोक गहलोत ने कहा कि सोनिया गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद 12-13 राज्यों में सरकारें बनाई. दो बार केंद्र में यूपीए की सरकार बनाई. इस बार भी सब लोग चाहते थे कि राहुल गांधी ही कांग्रेस अध्यक्ष बने क्योंकि मोदी के सामने मज़बूती से कोई मुक़ाबला कर सकते हैं तो वो राहुल गांधी हैं.
Delhi: राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत एयरपोर्ट पर मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी ने कांग्रेस के मुश्किल हालात में ज़िम्मेदारी संभाली थी. 1998 में विपरीत परिस्थितियों में सोनिया गांधी ने पार्टी की कमान संभाली.
सोनिया गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद 12-13 राज्यों में सरकारें बनाई. दो बार केंद्र में यूपीए की सरकार बनाई. इस बार भी सब लोग चाहते थे कि राहुल गांधी ही कांग्रेस अध्यक्ष बने क्योंकि मोदी के सामने मज़बूती से कोई मुक़ाबला कर सकते हैं तो वो राहुल गांधी हैं.
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लेकिन राहुल गांधी ने कहा कि ग़ैर गांधी ही अध्यक्ष बने. 22 साल बाद ग़ैर गांधी परिवार का अध्यक्ष खड़गे साहब बने हैं. उनके सामने बहुत बड़ी चुनौती है. उनकी ज़िम्मेदारी बड़ी है. ख़ासकर देश में जिस तरह माहौल बना हुआ है, उस स्थिति में. फ़ासिस्ट ताकतों का मुक़ाबला लेना बड़ा चैलेंज है. कांग्रेस को अब बिना संसाधनों के ही चुनाव लड़ना है. सब कुछ धन एक पार्टी को ही जा रहा है.
राहुल गांधी का कहना था कि एक बार ग़ैर गांधी परिवार का कोई नेता कांग्रेस अध्यक्ष बने. इसलिए खड़गे साहब को यह मौक़ा मिला है. अब हम सब मिलकर कांग्रेस को मज़बूत करने में जुटना चाहिए. ब्लॉक ज़िला से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर नयी टीम बनेगी. वो टीम नये जोश उत्साह के साथ पार्टी को मज़बूती देगी.
देश हित में कांग्रेस का मज़बूत होना ज़रूरी है. एक दलित नेता का पार्टी अध्यक्ष बनने से पार्टी को ज़रूर फ़ायदा मिलेगा. न केवल दलित बल्कि ओबीसी अल्पसंख्यक सहित सभी साथ मिलकर खड़गे साहब के नेतृत्व में पार्टी को मज़बूत बनायेंगे.