Rajasthan political crisis : धारीवाल, जोशी और राठौड़ के लिए जवाब की मियाद आज खत्म, सोनिया गांधी के पाले में गेंद, कुछ बड़ा होने वाला है...
Rajasthan political crisis : राजस्थान में सियासी सकंट के बीच फिलहाल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट खामोश हैं, दोनों ने अलग अलग मौके पर कुछ संकेत दिये हैं जो ये बताने के लिए काफी है कि सब कुछ ठीक ठाक तो नहीं है.
Rajasthan political crisis : कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव से शुरु हुआ राजस्थान का सियासी ड्रामा अभी तक जारी है. सचिन पायलट ने गहलोत गुट के नेता खाचरियावास से मुलाकात की और कैबिनेट मंत्री बीडी कल्ला को जन्मदिन की बधाई देकर सियासी पारा गर्मा दिया.
यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल, मुख्य सचेतक महेश जोशी और आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ से कांग्रेस अनुशासन समिति ने 10 दिन के भीतर जवाब मांगा लिया था. जिसकी मियाद आज यानि की 6 अक्टूबर को पूरी हो रही है. तीनों का जवाब क्या होगा ये देखने वाली बात होगी और इसी जवाब के बाद कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी फैसला सुनाएंगी, अगर जबाव संतोषप्रद नहीं हुआ तो कठोर कार्रवाई भी की जा सकती है.
इधर सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने कर्नाटक में राजस्थान के सियासी सकंट को लेकर मंथन किया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोनिया गांधी से माफी मांग चुके हैं. साथ ही अपनी शक्ति का अहसास बयानों के जरिए कर चुके हैं, इधर सचिन पायलट भी सोनिया गांधी के सामने आपनी बात रख चुके हैं और अगले चुनावों की तैयारी की बात कर रहे हैं.
इस बीच गहलोत गुट से खाचरियावास हो या भी राजेंद्र गुढ़ा सबके सुर बदलते दिख रहे हैं. कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा की एक पोस्ट भी चर्चा में हैं जिसमें इशारों में सीएम गहलोत को कांग्रेस को अनुशासित सिपाही की तरह चुप रहने की नसीहत दी गई है. जिसे अजय माकन लाइक कर चुके हैं. यहां आपको बता दें अजय माकन इससे पहले भी गहलोत विरोधी पोस्ट को लाइक-रीट्वीट कर चुके हैं.
इधर अजय माकन का एक वीडियो सोशन मीडिया पर वायरल हुआ. जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने माकन पर गंभीर आरोप लगाये. मंत्री शांति धारीवाल पहले ही कह चुके हैं कि गहलोत सरकार को गिराने के लिए प्रदेश प्रभारी अजय माकन षड्यंत्र रच रहे हैं.
कुल मिलाकर धारीवाल, जोशी और राठौड़ का जवाब ही राजस्थान के सियासी सकंट के बीच अब नई हलचल लाएगा और राजस्थान में सीएम की कुर्सी पर कोई और बैठेगा या फिर गहलोत ही कमान संभाले रहेगें, या फिर आने वाले चुनाव में राजस्थान में कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा बदला जाएगा, ये सब आज पता लगने की उम्मीद है.