Rajasthan Roadways Breaking News: राजस्थान रोडवेज को नई सौगात मिली है. रोडवेज प्रशासन ने 510 बसों की खरीद की है. जिनमें से 5 बसें रोडवेज प्रशासन को मिल चुकी हैं. आज रोडवेज मुख्यालय में डिप्टी सीएम डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने इन बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. वहीं समाधान पोर्टल की भी लॉन्चिंग की.


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राजस्थान रोडवेज के बेड़े में 510 नई बसें शामिल होने जा रही हैं. इनमें से पहली खेप के रूप में मिली 5 नई बसों को डिप्टी सीएम डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. रोडवेज प्रशासन ने फरवरी माह में 510 बसों की खरीद के लिए टाटा कम्पनी को वर्क ऑर्डर जारी किया था. 



इनमें से 100 से अधिक बसों की चैसिस रोडवेज प्रशासन को मिल चुकी है, जिनमें से 5 बसों की बॉडी तैयार करने के बाद इन्हें आज हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया है. हालांकि अभी इन बसों का पंजीयन नहीं हो सका है. 


पंजीयन होने के बाद ही इन्हें रूटों पर चलाया जा सकेगा. ये बसें रोडवेज के भरतपुर, लोहागढ़ और वैशालीनगर डिपो को आवंटित की गई हैं. अगले तीन माह में सभी 510 बसें मिल जाएंगी, जिन्हें जरूरत के मुताबिक अलग-अलग डिपो को आवंटित किया जाएगा.



रोडवेज में नई बसों में यह सुविधाएं भी
- बीएस-6 श्रेणी की बसें, जो दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में भी चल सकेंगी
- 132 बसें आगामी दिनों में रोडवेज के बेड़े में शामिल होंगी
- नवीनतम बस बॉडी कोड AIS-052 के मानकों के मुताबिक बनाई गई
- बसों की लोकेशन जानने के लिए बसों में वीटीएस सिस्टम लगाया गया
- महिला सुरक्षा के लिए पैनिक बटन लगाए गए
- बस में असुरक्षित महसूस होने पर पैनिक बटन दबाने से पुलिस सहायता मिलेगी
- हालांकि अभी यह सुविधा अगले कुछ महीने में शुरू हो सकेगी
- बसों में प्रत्येक पंक्ति में मोबाइल चार्जर सॉकेट उपलब्ध


इस मौके पर डिप्टी सीएम ने रोडवेज के समाधान पोर्टल का भी लोकार्पण किया है. उपमुख्यमंत्री ने यात्रियों की शिकायतों के त्वरित समाधान के लिए रोडवेज की आईटी शाखा द्वारा तैयार किए गए समाधान पोर्टल का लोकार्पण किया. 



इस पोर्टल पर यात्री ऑनलाइन शिकायत कर सकेंगे, जिसमें मोबाइल नंबर डालना जरूरी होगा. शिकायत का रोडवेज प्रशासन द्वारा समयबद्ध निस्तारण किया जाएगा. शिकायत के समाधान के लिए की गई कार्यवाही का विवरण ई-मेल के माध्यम से शिकायतकर्ता को भेजा जाएगा.



रोडवेज से जुड़ी शिकायतों का ऑनलाइन समाधान
- निर्धारित बस स्टॉपेज पर बस नहीं रोकना
- बस को बाईपास से ले जाना
- बस के अंदर एवं बस स्टैण्ड पर उचित साफ-सफाई ना होना
- बुकिंग क्लर्क द्वारा यात्री को सही सूचना नहीं देना
- आरएफआईडी स्मार्ट कार्ड से रियायत नहीं देना
- चालक/परिचालक द्वारा अच्छा व्यवहार नहीं करना
- परिचालक द्वारा टिकट नहीं देना
- ऑनलाइन भुगतान के पश्चात टिकट जारी नहीं होना
- टिकट रिफंड राशि की जानकारी करना
- प्रबंधन द्वारा बिना सूचना के बस निरस्त कर देना


कुलमिलाकर डिप्टी सीएम की इन सौगातों से आमजन को राहत मिल सकेगी. कार्यक्रम में रोडवेज सीएमडी श्रेया गुहा, परिवहन आयुक्त डॉ. मनीषा अरोड़ा, रोडवेज ईडीए अनिता मीना, ईडीटी ज्योति चौहान, ईडीई रवि सोनी सहित मुख्यालय के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे.


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