Rajasthan News: फर्जी एनओसी के दम पर ऑर्गन ट्रांसप्लांट करने के मामले में जवाहर सर्किल थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए फोर्टिस अस्पताल (Fortis Healthcare) के दो चिकित्सकों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में डॉ.संदीप गुप्ता और डॉ.जितेंद्र गोस्वामी शामिल हैं.


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आरोपी डॉ.संदीप गुप्ता यूरोलॉजिस्ट हैं तो वहीं डॉ.जितेंद्र गोस्वामी नेफ्रोलॉजिस्ट हैं. करीब 5 घंटे की कड़ी पूछताछ के बाद जवाहर सर्किल थाना पुलिस ने दोनों चिकित्सकों को गिरफ्तार कर लिया. जांच पड़ताल के दौरान सामनेआया है कि मरीज के किडनी ट्रांसप्लांट करने के बाद उनको डिस्चार्ज कर चोरी छुपे फ्लैट पर रखा जाता था. दोनों डॉक्टर फ्लैट पर जाकर मरीजों का चोरी छुपे इलाज भी करते थे. डॉ.जितेंद्र गोस्वामी पहले मणिपाल अस्पताल में काम किया करते थे लेकिन मणिपाल अस्पताल का ऑर्गन ट्रांसप्लांट का लाइसेंस रिन्यू नहीं हुआ. 



ऐसे में जितेंद्र गोस्वामी ने सितंबर 2023 में फोर्टिस हॉस्पिटल ज्वाइन कर लिया. जयपुर पुलिस द्वारा शुक्रवार को फॉर्टिस हॉस्पिटल से पकड़े नर्सिंग स्टाफ भानु लववंशी से हुई पूछताछ के बाद दोनों चिकित्सकों के नाम सामने आए. जिसके बाद आज जवाहर सर्किल थाना पुलिस और प्रकरण की जांच कर रहे एसीपी गोपाल ढाका ने पूछताछ के लिए तीन अस्पतालों के ऑर्गन ट्रांसप्लांट से जुड़े हुए चिकित्सकों को पूछताछ के लिए बुलाया.



पूछताछ के दौरान फोर्टिस अस्पताल के दोनों चिकित्सकों के खिलाफ अहम सबूत पाए गए. इन सबूत के आधार पर पुलिस ने दोनों चिकित्सकों को गिरफ्तार कर लिया. दोनों चिकित्सक फोर्टिस अस्पताल के मैनेजमेंट के इशारे पर विदेशी मरीजों की किडनी ट्रांसप्लांट करते थे. दोनों चिकित्सकों को ऑर्गन ट्रांसप्लांट करने वाले अन्य चिकित्सकों के बारे में भी पूरी जानकारी है. ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले समय में जवाहर सर्किल थाना पुलिस ऑर्गन ट्रांसप्लांट के मामले में अन्य अस्पतालों के चिकित्सकों को भी गिरफ्तार करेगी.