Jaipur : शुक्र ग्रह भौतिक सुख काम शक्ति प्रेम आदि का संचारक माना जाता है. शुक्र ग्रह वृषभ तुला राशि तथा भरणी, पूर्वा फाल्गुनी और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र का शुक्र ग्रह स्वामी होता है. दानवों के गुरु भी माने जाते हैं. 


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शुक्र ग्रह का मिथुन में परिवर्तन
ज्योतिषाचार्य निलेश शास्त्री ने बताया कि भृगु ग्रह दानवों के गुरु 28 मई यानी जेष्ठ मास की दितीय तिथि शुक्रवार को 24.05 पर मृगशिरा नक्षत्र के तीसरे चरण में मिथुन राशि में गोचर करेंगे. शुक्र ग्रह के राशि परिवर्तन से कई लोगों के जीवन में भौतिक सुख, प्रेम, वैवाहिक जीवन की शुरुआत होगी. 


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शुक्र अपने मित्र ग्रह की राशि मिथुन में प्रवेश करने से वृषभ मिथुन तुला और मीन राशि वालों को लाभ होगा. अन्य राशियों को मिला जुला असर देखने को मिलेगा. शुक्र ग्रह 22 जून मंगलवार  को  मिथुन राशि से शुक्र ग्रह कर्क राशि में गोचर कर लेंगे. मिथुन राशि में करीबन 26 दिन रहेंगे कर्क राशि में मंगल ग्रह के साथ युति करेंगे. शुक्र ग्रह की सप्तम दृष्टि वृश्चिक राशि मंगल ग्रह के घर में होगी. 


शुक्र ग्रह दे रहा है परेशानी तो करे यह साधारण उपाय
ज्योतिषाचार्य पं. निलेश शास्त्री के अनुसार शुक्र ग्रह अगर आपकी कुंडली में अस्त या नीच वक्रीय है और परेशानी दे रहा तो या शुक्र की दशा महादशा चल रही है, जीवन पर शुभ फल प्रदान नहीं कर रहा है तो यह उपाय करके आप अपने जीवन की समस्याओं का समाधान कर सकते हैं. जिससे आपको जीवन में शुक्र ग्रह के संबंधित परेशानी समाप्त हो जाए और शुक्र ग्रह लाभ प्रदान करें. 


दुर्गा सप्तशती का पाठ करवाएं. नित्य शिव जी का दही से अभिषेक करना चाहिए. माता पिता और स्त्रियों का सम्मान करना चाहिए. पक्षियों को विशेष रूप से चील को खिचड़ी खिलानी चाहिए. विधवा स्त्री की मदद करें. ब्रह्मण दंपति को शुक्रवार के दिन भोजन करवाएं. चावल का दान करें. बच्चों को अन्नार के दाने वितरण करें. गरीबों की मदद करें.


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