जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर सचिन पायलट को आड़े हाथ लिया है. सीएम गहलोत ने बिना नाम लिए पायलट पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भड़काने का आरोप लगाया है. आज़ादी की गौरव यात्रा के समापन समारोह के मौके पर सोमवार को मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता कार्यकर्ताओं को भड़काने का काम कर रहे हैं. वे कार्यकर्ताओं के मान सम्मान की बात करते हैं, लेकिन वे जानते नहीं है कि कार्यकर्ताओं का मान सम्मान क्या होता है.


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हम कार्यकर्ताओं का मान सम्मान करते करते ही नेता बने हैं। ग़ौरतलब है कि सचिन पायलट अपने बयानों में राजनीतिक नियुक्तियों में मंत्रिमंडल विस्तार में संगठन में जगह देने के मुद्दे पर समय समय पर पार्टी के लिए ज़मीनी तौर पर काम करने वाले नेताओं के कार्यकर्ताओं की मान सम्मान की बात करते रहे हैं.


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कार्यकर्ताओं के मान-सम्मान वाले बयान पर सीएम का पलटवार


मुख्यमंत्री ने हालांकि अपने संबोधन में सचिन पायलट का नाम नहीं लिया, लेकिन माना जा रहा है कि उन्होंने सचिन पायलट के ही बयानों का जवाब दिया है. मुख्यमंत्री गहलोत ने ये भी कहा कि कहा कुछ लोग पद मिलने तक आते हैं पद मिलने के बाद गायब हो जाते हैं कुछ लोग ऐसे होते हैं पद मिले या नहीं मिले वह आएंगे ही  बिना पद वाले ही लोग कांग्रेस को जिंदा रखते हैं. 


बोर्ड- निगम बनेंगे या नहीं इस पर भी संशय


गहलोत ने आगे कहा कि मैं जानता हूं कि जो कार्यकर्ता खून-पसीना बहाकर पार्टी को मजबूत करते हैं उनकी अपेक्षा होती है बोर्ड में चेयरमैन, उपाध्यक्ष या सदस्य बन जाऊ लेकिन अब राहुल गांधी ने सिस्टम बनाया कि बोर्ड, कॉर्पोरेशन में राजनीतिक नियुक्तियां राज्यों से नहीं होगी बल्कि कांग्रेस के महासचिव करेंगे.  कई राज्यों में कार्यकर्ताओं को न्याय नहीं मिला. वहां मुख्यंमत्री या प्रदेशाध्यक्ष ने अपने स्तर पर ही फैसला कर लिया, इसलिए यह सिस्टम बनाया गया. अभी भी 15-20 बोर्ड-निगमों में नियुक्तियां बाकी हैं, पता नहीं उनमें नियुक्तियां हो पाएंगी या नहीं. वे बोर्ड-निगम कब बनेंगे या नहीं बनेंगे इस बार में अभी कोई जानकारी नहीं है.


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