जयपुर: रीट पेपर लीक प्रकरण में डीपी जारोली को क्लीन चिट, बेरोजगारों में आक्रोश
रीट लेवल 2 का पेपर रद्द होने से आहत हजारों बेरोजगारों ने इसे मामले को दबाने की कोशिश का षडयंत्र करार दिया है,तो वहीं राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव ने भी एसओजी की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े किए हैं.
Jaipur: रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा लेवल 2 में डीपी जारोली को क्लीन चिट मिलने से एक बार फिर बेरोजगारों में आक्रोश हैं. 26 सितंबर 2021 को आयोजित हुई रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा लेवल 2 का पेपर आउट होने के बाद सबसे ज्यादा विवादों में जो नाम रहा वो था माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के तात्कालीन अध्यक्ष डीपी जारोली का, लेकिन करीब 9 महीने के बाद आखिरकार एसओजी की ओर से डीपी जारोली को इस पूरे मामले में क्लीन चिट दे दी गई है, जिसके बाद अब प्रदेशभर के बेरोजगारों में रोष का माहौल है.
रीट लेवल 2 का पेपर रद्द होने से आहत हजारों बेरोजगारों ने इसे मामले को दबाने की कोशिश का षडयंत्र करार दिया है,तो वहीं राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ अध्यक्ष उपेन यादव ने भी एसओजी की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े किए हैं.
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गौरतलब है कि 26 सितंबर को आयोजित हुई अध्यापक पात्रता परीक्षा में लेवल 2 का पेपर जयपुर स्थित शिक्षा संकुल के स्ट्रांग रूम से लीक होने का मामला सामने आया था. जिसके बाद सरकार ने सबसे पहले कार्रवाई करते हुए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष डीपी जारोली को हटाने का फैसला लिया था, इसके साथ ही सरकार की ओर से रीट लेवल 2 को रद्द करने का भी फैसला लिया था. इसके बाद से लगातार डीपी जारोली की गिरफ्तारी की मांग उठाई जा रही थी, लेकिन इस दौरान डीपी जारोली भूमिगत रहें. बीते दिनों एसओजी की ओर से हाई कोर्ट में चल रही सुनवाई के दौरान इस पूरे मामले में डीपी जारोली को क्लीन चिट देने के बाद एक बार फिर से रीट पेपर लीक मामले में बड़ी बहस छिड़ गई है. एसओजी की ओर से दी गई क्लीन चिट को लेकर अब बेरोजगारों ने सरकार को फिर से आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया है.
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