Morbi Bridge Collapse: गुजरात के मोरबी जिले में माच्छू नदी में पुल गिरने के मामले में अब बयानबाजी तेज हो गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस प्रकरण की जांच हाई कोर्ट जज से करवाने की मांग की है. 


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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुजरात के मोरबी में जगह घायलों से मुलाकात की उनकी कुशलक्षेम पूछी और मृतकों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की. अहमदाबाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अशोक गहलोत ने कहा कि मोरबी की घटना लापरवाही का नमूना है. सिर्फ जांच से काम नहीं चलेगा. दोषियों को सजा मिलनी चाहिए. अभी जो मुआवजा दिया जा रहा है वह नाकाफी है. इस लापरवाही के जिम्मेदारों को सजा मिलनी चाहिए. 


उन्होंने मामले की हाईकोर्ट जज से जांच कराई जानी चाहिए. उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि इस जांच कमेटी का समय भी निर्धारित किया जाना चाहिए जिससे कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके. उन्होंने मृतकों का मुआवजा बढ़ाए जाने की मांग की.


उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कोष से 5 लाख और गुजरात सरकार 10 लाख का मुआवजा दे. सीएम गहलोत ने कहा कि ठेकेदार ने रेवेन्यू कमाने के लिए बिना प्रमाण पत्र लिए ही रास्ता खोल दिया और यह दर्दनाक घटना घटित हो गई. उन्होंने इस मामले में कंपनी के खिलाफ अपराधिक मामला दर्ज कराने की मांग भी की. 


इस मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का भी बयान सामने आया है. पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि 25 साल से करप्शन और मौत के इसी मॉडल की मार्केटिंग करने वाला महामानव अब क्यों नहीं बोलता ये Act of God है या Act of Fraud? उन्होंने कहा कि मोरबी में लोगों की मृत्यु कष्टदायक है, क्या किसी की जवाबदेही नहीं बनती? पुल निर्माण, रिनोवेशन, फिटनेस सर्टिफिकेट सब जगह करप्शन शामिल है.


बता दें कि कल शाम गुजरात के मोरबी में मच्छू नदी पर बने केबल पुल गिरने से हुए दर्दनाक हादसे में अब तक 140 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है और बड़ी संख्‍या में लोग घायल हुए हैं. 


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