Bjp - Congress political message : कहते हैं एक तस्वीर हज़ार शब्दों के बराबर होती है. ऐसे में अगर तस्वीर राजनीतिक मंच की हो तो उसका मैसेज बड़ा गम्भीर और व्यापक हो जाता है. राजस्थान के चुनावी समर से आज तो तस्वीरें चर्चा में हैं. दोनों तस्वीरें दो अलग-अलग पार्टियों की नुमाइन्दगी करती हैं. तस्वीर में एकजुटता दिखाने की कोशिश है.


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एक तरफ़ कांग्रेस के नेता तो दूसरी तस्वीर में बीजेपी के नेता. लेकिन सवाल यह कि आखिर ये तस्वीर क्या कहती है.  क्या इन तस्वीरों से पार्टियों की एकजुटता का मैसेज जाता है.  क्या यह तस्वीरें हम साथ-साथ हैं को बिना शब्दों के कहने के लिए पर्याप्त हैं और सवाल यह भी कि आखिर चुनाव के वक्त ऐसी तस्वीरों के लिए क्या जोड़-बाकी बिठाने पड़ते हैं. इन सब पहलुओं पर चर्चा करेंगे.... लेकिन उससे पहले देखते हैं, यह खबर.


नेताओं का रैला अब राजस्थान की तरफ़ है. शक्ति प्रदर्शन करती भीड़ की सभाएं होने लगी हैं. बड़े-बड़े मंच सजने लगे हैं. नेता और आएंगे, रोड शो भी होंगे, वार-पलटवार हो रहे हैं जो आगे भी जारी रहेंगे. 23 नवम्बर की शाम तक सर्दी के मौसम में बयानों की गर्मी पूरे ज़ोर पर होगी लेकिन इसी गर्मी से कहीं पर बर्फ पिघलती भी दिखी है.


यह बर्फ नेताओं के बीच जमे रिश्तों पर पड़ी थी. अब चुनाव की गर्मी में कार्यकर्ताओं के जोश और आलाकमान की गर्मजोशी ने इस बर्फ को पिघलाया है. राजस्थान की राजनीति की पहली तस्वीर जयपुर एयरपोर्ट से आई.


दरअसल तारानगर रवाना होने के लिए राहुल गांधी एयरपोर्ट पहुंचे तो पहले से इन्तज़ार कर रहे पायलट-गहलोत-डोटासरा से मिले. नज़रें चार हुई, हाथ भी मिलाया और सवाल हुआ तो राहुल गांधी पलटकर आए. बोले - हम सिर्फ एक दिख ही नहीं रहे, बल्कि एक हैं भी और राजस्थान जीत रहे हैं, क्लीन स्वीप करके.


थोड़ी ही देर में दूसरी तस्वीर भी आ गई. इस बार तस्वीर का केन्द्र चूरू का तारानगर था और उसके केन्द्र में थी कांग्रेस की एकजुटता. मंच पर नेताओं के भाषण हो चुके थे. विदाई की बारी आई तो राहुल गांधी ने नई शुरूआत करा दी. पायलट और गहलोत का हाथ अपने हाथ में लिया और दोनों के साथ डोटासरा को भी हाथ पकड़ाकर खड़ा कर दिया. मैसेज दे दिया कि सब एक हैं, कोई मनमुटाव नहीं, कोई दूरी नहीं.


तीसरी तस्वीर के लिए कैमरा फिर जयपुर की तरफ़ रुख करता है. बीजेपी भी गारन्टी बांट रही थी. पहले संकल्प पत्र के जरिये मोदी की गारन्टी बांटी और विमोचन के दौरान पार्टी नेताओं की एकजुटता की. बीजेपी मीडिया सेन्टर से आई तस्वीर में नेता एक मंच पर दिखे. केन्द्र में अध्य्क्ष जेपी नड्डा और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे दिखीं. हालांकि इस तस्वीर में प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, केन्द्रीय मन्त्री अर्जुनराम मेघवाल, गजेन्द्र सिंह शेखावत, प्रह्लाद जोशी और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया भी दिखे.


तस्वीर कई थीं, लेकिन मैसेज एक ही था... और वो था एकजुटता का. अब कांग्रेस हो चाहे बीजेपी... दोनों ही पार्टियां गारन्टी बांट रही हैं. दोनों ही पार्टियां एकजुटता दिखा रही हैं. दोनों ही पार्टियों के पास अभी तक पूर्व सीएम के नाम पर एक ही चेहरा है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर वोटर इन तस्वीर और गारन्टी से क्या समझे. क्या ऐसी हर तस्वीर एकजुटता की सच्ची गारन्टी होती है या उसमें भी वारन्टी का कोई झोल है.