अगस्त क्रांति दिवस पर Congress का मोदी सरकार को उखाड़ने का संकल्प, दिए ये बड़े बयान
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस सोनिया और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में नरेंद्र मोदी सरकार को हटाने के लिए क्रांति लाएगी.
Jaipur: अगस्त क्रांति दिवस (August revolution day) के मौके पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सोमवार को स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान किया गया. इस मौके पर कांग्रेस नेताओं ने भाजपा, आएसएस और केंद्र की मोदी पर सरकार पर देश को जाति, धर्म और सम्प्रदाय के आधार तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया.
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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस सोनिया और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के नेतृत्व में नरेंद्र मोदी सरकार को हटाने के लिए क्रांति लाएगी.
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कांग्रेस कार्यालय में हुए समारोह में प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) और मुख्य सचेतक महेश जोशी (Mahesh Joshi) ने स्वतंत्रता सेनानी भारतपुर की शांता पाराशर, जयपुर के राजू सैनी, अजमेर के भेमाराम गहरवाल तथा नवरंग सिंह जाखड़ को शॉल ओढ़ाकर श्रीफल देकर सम्मानित किया.
क्या बोले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, ऐसे स्वतंत्र सेनानियों को सैल्यूट करते हैं, जिनकी वजह से हमारा देश अंग्रेजों से स्वतंत्र हुआ हमारा संविधान लागू हुआ. भारत की आजादी के समय आरएसस के लोग कहां थे. यह सबको पता है आजादी की लड़ाई कांग्रेस के महान नेता लड़ रहे थे तब आरएसएस के नेता दिखाई नहीं पड़ते थे. आरएसएस सावरकर की पूजा करते हैं, लेकिन उनका इतिहास रहा है कि उन्होंने अंग्रेजों से दया की भीख मांगी. सावरकर जी हिंदू राष्ट्र की बात करते थे, संविधान लागू नहीं हुआ तो वह गुनाह नहीं करते थे, लेकिन अब संविधान लागू हो गया.
डोटासरा ने कहा कि आरएसएस और भाजपा का स्वतंत्रता में कोई हाथ नहीं. सावरकर को आगे मानकर केवल हिंदू और मुस्लिम के आधार पर समाज को बांट कर के एक अपनी विचारधारा के आधार पर भाई को भाई से लड़ाकर शासन में काबिज होना चाहते हैं, उनके मंसूबे कामयाब नहीं होंगे. लोकतंत्र में उनका विश्वास नहीं है, चुनाव आयोग जैसी संस्था को नचाने का काम कर रहे हैं, प्रभावित करने का काम कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी को इस बात को ध्यान रखना होगा देश आजाद हुआ तो कांग्रेस के नेताओं का महान योगदान था. हमारा दायित्व है कि हम जहां भी बैठे हैं इसका ध्यान रखेंगे कि देश की एकता और अखंडता को कोई खतरा नहीं हो.
नगर निगम मामले में किया कटाक्ष
डोटासरा ने नगर निगम मामले में कहा कि निंबाराम जी कहां गए, प्रदेश के प्रचारक पर 20 करोड़ रुपये की घूस लेने का मामला सामने आया है. उनको कहना चाहिए कि मैं राष्ट्रवादी हूं. मेरे पर आरोप लगाए हैं, वह गलत है. मैं साबित करना चाहता हूं. एक दिन भी सामने नहीं आए छोटी-छोटी बातों पर आरोप-प्रत्यारोप लगाकर मुद्दे से ध्यान हट जाना चाहते हैं. उनकी फितरत है. भाजपा और आरएसएस के लोगों में मुद्दे से हटकर आरोप लगाना फितरत है.
सरकार उखाड़ फेंकने वाली होगी क्रांति
मोदी सरकार ने पहले कहा था कि बेरोजगारी कम कर दूंगा, किसानों औरमहिलाओं की समस्या नहीं रहेगी. मोदी सात साल से लोग पूछ रहे हैं कि आप कहां हो आपके वादे कहां है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता लोगों के बीच संकल्प लेकर जाए कि आजादी की लड़ाई कांग्रेस नेताओं ने लड़ी, मोदी सरकार किसान, विरोधी महिला और युवा विरोधी है. महंगाई बढ़ाने वाली है. ऐसी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए क्रांति लानी होगी.
क्या बोले मुख्य सचेतक महेश जोशी
मुख्य सचेतक महेश जोशी (Mahesh Joshi) ने कहा वर्तमान में छात्रों को आजादी की लड़ाई की जानकारी नहीं है. उन्होंने भाजपा का नाम लिए बगैर कहा कि अंग्रेजों की सहायता करने वाली विचारधारा के लोग आज देश की सियासत पर काबिज हैं. आजादी की लड़ाई की जानकारी से नौजवान पीढ़ी को दूर रखने का काम कर रहे हैं. कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व में लोकतंत्र को बचाने के लिए लड़ रही है.
जिन लोगों ने देश की एकता अखंडता हित के लिए जान की बाजी लगा दी, उन लोगों की खिलाफत करना ऐसे लोग आज देश की राजनीति में मौजूद हैं. आजादी की लड़ाई से ज्यादा ऐसी ताकतों के खिलाफ लड़ाई ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. राजनीतिक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन किया जा रहा है. कांग्रेस राहुल गांधी के नेतृत्व में लोकतंत्र को बचाने के लिए लड़ रही है.
प्रताप सिंह खाचरियावास ने भी बोला हमला
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि सरकारें बदलती है, पार्टियां बदलती है, लेकिन देश के लिए बलिदान देने वाला कभी नहीं बदलता. देश में सब जातियों, पंथ और सम्प्रदायों के लोगों ने मिलकर आजादी की लड़ाई लड़ी और जीती भी, लेकिन जो लोग कभी आजादी के आंदोलन में खड़े भी नहीं हुए वो अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. तिरंगे से खुद को बड़ा मानने वाले देश में रामराज की कल्पना नहीं कर सकते. सरदार मनमोहन के शासन में सोनिया गांधी-राहुल गांधी ने रामराज की कल्पना की थी. हमें जाति और धर्म से उठकर संकल्प लेना होगा कि मर जाएंगे मिट जाएंगे लेकिन तिरंगे का सम्मान करेंगे.