Jaipur: 26 सितम्बर 2021 को 31 हजार पदों पर रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा (REET) का आयोजन हुआ और परीक्षा आयोजन के साथ ही एक मांग तेज होने लगी वो थी पदों की संख्या बढ़ाई जाए. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा परिणाम जारी करने के साथ ही अब पदों की संख्या 31 हजार से बढ़ाकर 50 हजार करने की मांग तेज होने लगी है और अपनी मांग को लेकर पिछले करीब दो सप्ताह से रीट भर्ती (REET Recruitment Exam) से जुड़े हुए बेरोजगार धरने पर बैठे हैं. मांग को लेकर जहां प्रदेश स्तर पर सभी जिलों में अधिकारियों और विधायकों को ज्ञापन सौंपा जा चुका है. वहीं अब बेरोजगारों ने अपनी मांग मुख्यमंत्री तक पहुंचा दी है.


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26 सितम्बर को आयोजित हुई रीट परीक्षा में प्रदेश के करीब 13 लाख से ज्यादा बेरोजगारों ने अपना भाग्य आजमाया है. लेवल-1 में जहां करीब 11 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए, जिनमें से करीब 3 लाख परीक्षार्थी बीएसटीसी धारी थे तो वहीं करीब 8 लाख परीक्षार्थी बीएड धारी थे. वहीं लेवल-2 की परीक्षा में करीब 12 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हुए थे.


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गौरतलब है कि 24 दिसम्बर 2018 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 31 हजार पदों पर रीट अध्यापक पात्रता परीक्षा की घोषणा की थी लेकिन उसके बाद कोरोना के कहर के चलते परीक्षा की तिथि तीन बार स्थगित करनी पड़ी लेकिन जब दूसरी लहर का प्रकोप थोड़ा कम हुआ तो 26 सितम्बर को इस बड़ी परीक्षा का आयोजन किया गया.


परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थी बसंत शर्मा का कहना है कि "जब भर्ती की घोषणा हुई उस समय 31 हजार पदों पर भर्ती पर्याप्त थी लेकिन भर्ती को तीन साल का समय हो गया है और इस दौरान शिक्षक बड़ी संख्या में सेवानिवृत्त हुए हैं, इसलिए अब पदों की संख्या 50 हजार करनी चाहिए."