Jaipur: अध्यापक पात्रता परीक्षा रीट (REET Exam 2021) में कथित धांधली के मामले में आज भारतीय जनता युवा मोर्चा ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं की पुलिस के साथ झड़प भी हुई, जिसमें कुछ कार्यकर्ता बेहोश भी हो गए.  शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा (Govind Dotasara) को बर्खास्त करने और रीट (REET) परीक्षा की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने धरना भी दिया. 


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भाजपा (BJP) मुख्यालय से रैली के रूप में कार्यकर्ता सिविल लाइन फाटक के लिए रवाना हुए. मगर वहां पहले से कांग्रेस का मौन व्रत चल रहा था, जिसके चलते रैली को 22 गोदाम सर्किल की तरफ डायवर्ट कर दिया गया. कार्यकर्ताओं को 22 गोदाम सर्किल से पहले ही पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रोक दिया. 


इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और मुख्यमंत्री (CM Ashok Gehlot) निवास की तरफ बढ़ने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उन्हें वहीं रोक दिया. इस पर भाजपा  युवा प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु शर्मा (Himanshu Sharma) सहित अन्य पदाधिकारी सड़क पर ही धरने पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. बहुत देर तक कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच गहमागहमी होती रही लेकिन पुलिस ने किसी को भी आगे जाने की इजाजत नहीं दी. 


पूनिया के पहुंचते ही बढ़ा कार्यकर्ताओं का जोश
प्रदर्शन शुरू होने के कुछ देर बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia) 22 गोदाम सर्किल की तरफ पहुंचे. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने उन्हें कंधे पर उठा लिया और नारेबाजी तेज कर दी. पुनिया को रोकने के लिए पुलिस ने कार्यकर्ताओं के पीछे खदेड़ा भी लेकिन भीड़ ज्यादा होने की वजह से वह उन्हें रोक नहीं पाए. इसके बाद पूनिया भी हिमांशु के साथ सड़क पर धरने पर बैठ गए. बाद में पुलिस को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर प्रदर्शन खत्म किया गया. 


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शिक्षा मंत्री डोटासरा को बर्खास्त करें सरकार
पूनिया के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड के पास बैठकर ही धरना दिया. इस दौरान पुनिया ने कहा कि गिरफ्तारियों से साफ है कि परीक्षा में धांधली हुई है. मुख्यमंत्री खुद स्वीकार करते हैं कि एक दो-जगह पेपर लीक हुए हैं, ऐसे में क्या मुख्यमंत्री ज्योतिषी हैं कि उन्हें पता होगा कि अन्य जगह पेपर लीक नहीं हुए. ऐसे में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasara) को स्तीफा दे देना चाहिए या फिर मुख्यमंत्री डोटासरा को बर्खास्त करके रीट परीक्षा भर्ती मामले की सीबीआई (CBI) से जांच करवाएं ताकि परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थियों के मन में बनी हुई पशोपेश की स्थिति खत्म हो सके.