Big Breaking : राजस्थान में उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक को ब्लास्ट से उड़ाने की साजिश का खुलासा हो चुका है. साजिश के पीछे कोई आतंकी या नक्सली कनेक्शन नहीं बल्कि जमीन के मुआवजे से जुड़ा मामला सामने आया है. पूरे मामले को लेकर राजस्थान एटीएस-एसओजी के एडीजी अशोक राठौड़ का कहना है कि एक आरोपी की जमीन अधिग्रहित कर ली गई थी, लेकिन इसके बाद उसे मुआवजा या नौकरी नहीं मिली, इसी से परेशान होकर उसने इस घटना को अंजाम दिया.


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उदयपुर-अहमदाबाद रेल मार्ग पर केवड़ा की नाल स्थित ओढ़ा पुल पर ट्रैक में हुए ब्लास्ट के मामले में राजस्थान एटीएस ने कार्रवाई करते हुए एक नाबालिग सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया है. फिलहाल चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद उदयपुर में रखा गया है और पूछताछ की जा रही है. एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए गए तीनों ही आरोपी एकलिंगपुरा थाना जावर माइंस के रहने वाले हैं. 


राजस्थान एसओजी-एटीएस के एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपी विस्फोटक को तैयार कर उसे प्लांट करने में माहिर हैं. हालांकि अब तक तीनों आरोपियों का किसी भी आतंकी संगठन या अन्य किसी संगठन से संबंध नहीं पाया गया है. आरोपियों से हुई प्रारंभिक पूछताछ में यह तथ्य सामने आए हैं कि रेलवे और हिंदुस्तान जिंक द्वारा एक आरोपी की भूमि अधिग्रहित गई थी, जिसका उसे मुआवजा नहीं मिला. इससे आहत होकर उसने यह कदम उठाया.OMG : दुल्हन ने फेंका दूल्हे का लाया लहंगा, बोली सस्ता है शादी नहीं करूंगी


रेलवे ट्रैक पर ब्लास्ट करने के मामले में 32 साल के धूलचंद मीणा सहित उसके दो साथियों को गिरफ्तार किया गया है. 1974-75 और 1980 में धूलचंद मीणा की जमीन रेलवे और हिंदुस्तान जिंक द्वारा अधिग्रहित की गई थी. इसका मुआवजा या नौकरी उसे नहीं मिली. इसके लिए धूलचंद पिछले कई सालों से लगातार प्रयासरत था, लेकिन कहीं से भी कोई मदद नहीं मिली. फिर उसने गुस्से में इस घटना को अंजाम दिया.


घटना के दिन प्रकाश मीणा ने बाइक से अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंचा. रेलवे ट्रैक पर से ट्रेन गुजरने के बाद आरोपियों ने दोनों ट्रैक पर बमनुमा बंडल को रखा और उस पर आग लगा दी. इससे एक जोरदार धमाका हुआ और रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया. साथ ही कई प्लेट और नट बोल्ट उखड़ गए. Rajgarh News : पत्नी को दूसरे के साथ बाइक पर जाता देख पति हुआ आगबबूला गोली मारकर ले ली जान


अभी तक हुई शुरुआती पूछताछ में ये जानकारी सामने आई है कि मुख्य साजिशकर्ता ने यह विस्फोटक अंकुश सुवालका नामक एक व्यक्ति से खरीदा था. इसके बाद सुवालका को भी हिरासत में लिया गया है, जिससे पूछताछ की जा रही है. एडीजी अशोक राठौड़ ने कहा कि महज गुस्से में आकर इतनी बड़ी घटना को अंजाम देना एक बेहद संवेदनशील घटना है. फिलहाल प्रकरण में एटीएस की जांच जारी है. जैसे-जैसे नए तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जाएगा.