Rajasthan News: राजस्थान के जयपुर में मंगलवार यानी 15 अक्टबूर को इस बात पर फैसला होगा कि देशभर में दिवाली कब मनाई जाएगी? इसको लेकर जयपुर के केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के सभागार में 'दीपावली निर्णय' पर एक विशेष कार्यक्रम का ओयजन होगा, जिसमें देशभर से ज्योतिषाचार्य, धर्मशास्त्री और संस्कृत विद्वान आने वाले हैं. 


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इस कार्यकर्म में साल 2024 में दिवाली को लेकर फैल भ्रम और शास्त्र अनुसार तारीख को लेकर बात कर फैसला लिया जाएगा. यह सभा आज दोपहर 2 बजे से शुरू होने वाली है. इस विषय पर बात होने के बाद तिथि निर्धारित की जाएगी.इस सभा में देश के लगभग 100 विद्वान हिस्सा ले रहे हैं. 



इस धर्मसभा में पंचांगों, और शास्त्रीय प्रमाणों के आधार पर बात की जाएगी. इस दौरान  ज्योतिषीय गणनाओं, पंचांगों और शास्त्रीय प्रमाणों पर चर्चा होगी. इस सभा का उद्देश्य यह है कि पूरे देश में दिवाली का त्योहार एक साथ शुभ मुहूर्त में मनाया जाए.



राजधानी जयपुर के गोविंददेवजी के साथ अन्य मंदिरों में 31 अक्टूबर को दिवाली मनाई जाएगी. वहीं अयोध्या में 1 नवंबर को दीपावली का त्योहार मनाया जाएगा. 



1 नवंबर को दीवाली मनाने का तर्क यह दिया जा रहा है कि  दीवाली प्रदोष काल का पूजन है. पर्व में उदया तिथि और सायंकाल में कौन सी तिथि रहेगी.  इसे देख कर विचार करते हैं. ऐसे में  1 नवंबर को दोनों वक्त में अमावस्या की तिथि मिल रही है.



इस दिन शाम 6 बजे कुछ मिनट तक अमावस्या है यानी उदय काल से लेकर सायं काल तक अमावस्या तिथि है. वहीं,  31 अक्टूबर को प्रदोष काल में अमावस्या मिल रही है. इसके आधार पर 31 अक्टूबर को दीवाली मनाने की बात कही जा रही है.