दूदू JJM- चीफ इंजीनियर ने फर्म को ब्लैक लिस्टेड की सलाह दी,2 साल बाद भी यादव कंस्ट्रक्शन कार्रवाई नहीं हुई
जयपुर-दूदू के जल जीवन मिशन में 18 करोड़ के फर्जीवाड़े से वर्क आर्डर लेने के मामला दब गया है.
जयपुर-दूदू के जल जीवन मिशन में 18 करोड़ के फर्जीवाड़े से वर्क आर्डर लेने के मामला दब गया है. पीएचईडी ने इंजीनियर्स को सस्पेंड तो कर दिया,लेकिन फर्म पर मेहरबानी दिखाई.ना फर्म को डिबार किया और ना ही ब्लैक लिस्टेड करने की कार्रवाई की.आखिर दूदू के जल जीवन मिशन में फर्म पर इतनी मेहरबानी क्यों,देखिए इस खास रिपोर्ट में..!
गणपति पर कार्रवाई,यादव को छूट?
राजस्थान के जल जीवन मिशन में इन दिनों ईडी की छापेमारी के बाद सुखिर्यों में है.इरकॉन कंपनी के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाली फर्म श्री श्याम ट्यूबवेल और गणपति ट्यूबवेल फर्म को तो विभाग ने ब्लैक लिस्टेड कर दिया,लेकिन दूदू के दोषियों पर कब कार्रवाई होगी? 2 साल पहले दूदू में बिना वर्क आर्डर के ही यादव कंस्ट्रक्शन फर्म ने योजना का काम शुरू कर दिया था.इस फर्जीवाड़े से पूरा विभाग हैरान था,क्योंकि बिना वर्क आर्डर के टंकियों का निर्माण कार्य भी हो चुका था,पाइप लाइन डलने लगी थी.लेकिन पूरा फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद भी 2 साल बाद भी यादव कंस्ट्रक्शन फर्म पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.
विजिलेंस,क्वालिटी कंट्रोल विंग ने नहीं की जांच-
सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि जल जीवन मिशन के चीफ इंजीनियर आरके मीणा ने उस समय फर्म को ब्लैक लिस्टेड करने की सलाह दी थी.लेकिन आज तक ना ही फर्म ब्लैक लिस्टेड हुई ना ही डिबार.तत्कालीन एक्सईएन योगेंद्र सिंह,एईएन दीपेंद्र कुमार और जेईएन युधिष्ठिर कुमार को विभाग ने सस्पेंड तो कर दिया,लेकिन तीनों इंजीनियर्स को आरोप पत्र ही नहीं दिया.जिसके बाद जेईएन युधिष्ठिर कुमार को प्रमोशन को तोहफा मिल गया और वे एईएन बन गए.विभाग ने बनाई गई टंकियों को ध्वस्त किया तो किया था,लेकिन विजिलेंस और क्वालिटी कंट्रोल विंग ने अब तक कोई जांच नहीं की.
फर्म के कार्यों में खामी-
हालांकि अभी भी यादव कंस्ट्रक्शन फर्म के कार्यों में खामी बताई जा रही है.जिसमें डीआई पाइप की जगह एचडीपीई पाइप डालने को लेकर शिकायत आई है.फिलहाल एक्सईएन बीडी गायव के पास ही एसई का चार्ज है.ऐसे में क्या जिम्मेदार इंजीनियर्स फर्म पर मेहरबानी दिखा रहे है या फिर राजनीतिक रूतबा दूदू में भारी पड रहा है.