Jaipur: भारतीय महिलाओं में कैंसर से होने वाली मौत का सबसे आम कारण सर्वाइकल कैंसर है. भारत में हर आठवीं मिनट में एक महिला सर्वाइकल कैंसर (Cervical cancer) का शिकार हो रही है, लेकिन ये उन कैंसरों में से एक है जिसमें सौ प्रतिशत मरीज को बचाया जा सकता है.


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भारत में सर्वाइकल कैंसर जागरूकता का अभाव है. 9 से 15 साल की बालिका के HPV वैक्सीन लगाया जाए, उस बालिका के 80 से 90 प्रतिशत सर्वाइकल कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है .सर्वाइकल कैंसर की अगर जांच की जाए तो करीब 10 साल पहले ही डॉक्टर्स ये बता सकते हैं कि मरीज को आगे जाकर इस तरह का कैंसर होने की संभावना है या नहीं. 


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प्रिवेंशन ऑफ सर्वाइकल कैंसर थीम को लेकर नेशनल एसोसिएशन ऑफ रिप्रोडक्टिव एंड चाइल्ड हैल्थ इंडिया और जयपुर मेनोपौज सोसाइटी मेडिकल सेल राजस्थान यूनिवर्सिटी की महिला एसोसिएशन ने जयपुर के राजस्थान हॉस्पिटल (Rajasthan Hospital) में वर्कशॉप आयोजित की. इस कार्यक्रम में मौजूद तमाम महिला चिकित्सकों के जरिये ये जागरूकता बढ़ाने की कोशिश की गई कि एच.पी.वी वैक्सीन के बारे में सबको पता चले. इसके लिए नर्सिंग स्टाफ को भी ट्रेंड किया गया.