यौन इच्छाओं को मारने के लिए ऐसे होता है लड़कियों का खतना
khatana : पुरुषों के खतना के बारे में आप जानते होंगे लेकिन लड़कियों का भी खतना होता है. Female Genital Mutilation (एफजीएम) यानि की एक लड़की के बाहरी गुप्तांग को जानबूझकर काट (female genital cutting) दिया जाता है या फिर उसे हटा दिया जाता है. तर्क ये कि खतना करने के बाद ऐसी महिला(women)अपने पति के प्रति ज्यादा वफादार (Loyal)होती है, क्योंकि उसकी यौन इच्छाएं(sexual desires) खत्म हो जाती हैं.
Khatana : पुरुषों के खतना के बारे में आप जानते होंगे लेकिन लड़कियों का भी खतना होता है. एफजीएम यानि की एक लड़की के बाहरी गुप्तांग को जानबूझकर काट दिया जाता है या फिर उसे हटा दिया जाता है. तर्क ये कि खतना करने के बाद ऐसी महिला अपने पति के प्रति ज्यादा वफादार होती है, क्योंकि उसकी यौन इच्छाएं खत्म हो जाती हैं.
भारत में बोहरा समुदाय में ये प्रथा आम बात है. जो गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में रहते हैं. इसके अलावा मध्य पूर्व, लैटिन अमेरिका, यूरोप, ऑस्ट्रेलिया और उत्तरी अमेरिका के कई विकसित देशों में भी ये प्रथा जारी है.
ये दर्दनाक प्रथा सिर्फ इस लिए की जाती है कि यौन इच्छाओं को खत्म कर दिया जाए. आम बोलचाल में इस भी खतना ही कहा जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट के मुताबिक बिना मेडिकल वजहों के महिला गुप्तांग को नुकसान पहुंचाना ना सिर्फ शारीरिक रुप से कष्टकारी है बल्कि मानसिक रुप से भी खतरनाक है.
ये प्रथा अगर कोई जनजाति निभा रही होती तो समझ आता है क्योंकि उन लोगों में जागरुकता की कमी होती है लेकिन ये प्रथा वो दाऊदी बोहरा समुदाय भी निभा रहा है जो सबसे शिक्षित और समपन्न मुस्लिम समुदाय माना जाता है.
साल 20202 के यूनिसेफ की रिपोर्ट कहती है कि करीब 20 करोड़ बच्चियों के जनंनागों को इस प्रथा से नुकसान पहुंचाया गया है. ये सर्व 51 देशों में हुआ था जिसमें 27 अफ्रीकी देश थे. लेकिन इक्कलिटी नाउ की रिपोर्ट कहती है ये प्रथा 92 देशों में जारी है.
कुछ समुदाय इस रिवाज को शादी से पहले जरूरी चीज माना जाता है. यूएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस प्रक्रिया के करने के भी चार तरीके हैं. यो तो लड़कियों की क्लिटोरिस को पूरा काट दिया जाए या क्लिटोरिस का ऊपरी हिस्सा काटा जाए या वेजाइना को थोड़ा सिला जाए या फिर इसमे छेद किया जाए.
खतना नवजात शिशुओं और 15 साल तक की बच्चियों के साथ होने वाला सबसे वाहियात और क्रूर रिवाज है. जहां पुरुष के लिंग के ऊपरी हिस्से की त्वचा को हटा दिया जाता है. जो फिर दोबारा नहीं आती. वहीं, बच्चियों की योनी के बाहरी हिस्से जिसे क्लिटोरिस कहा जाता है को हटा दिया जाता है.
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